इससे पहले कुंभ में दो शाही स्नान हो चुके हैं, जो मकर संक्रांति और मौनी अमावस्या के मौके पर हुए थे. बसंत पंचमी यानी सरस्वती पूजा के दिन संगम में स्नान बहुत ही पुण्यदायी माना जाता है क्योंकि इस दिन संगम में स्नान करने से श्रद्धालुओं पर देवी सरस्वती का कृपा बरसती है.
कुंभ के आखिरी शाही स्नान के लिए महानिर्वाणी अखाड़े के साधु-संत संगम के लिए निकल चुके हैं. पूरे जोश और उत्साह के साथ साधु-संत संगम में डुबकी लगाने के लिए जा रहे हैं.
संगम में स्नान के लिए देशभर से श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचे हैं जो पूरे उत्साह के साथ संगम तट पर पहुंच रहे हैं. लगातार साधु संतों का काफिला संगम की ओर बढ़ रहा है. जहां साधु संत श्रद्धा और आस्था की डबुकी लगाएंगे.
कुंभ में अखाड़ों की भव्यता देखते ही बन रही है. गाजे बाजे के साथ अखाड़े संगम पर स्नान के लिए बढ़ रहे हैं. बसंत पंचमी के मौके पर करीब तीन करोड़ श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने का अनुमान है. देर रात से ही संगम तट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच चुके हैं.
अखाड़ों के शाही स्नान का समय
श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी/श्री पंचायती अटल अखाड़ा- सुबह 5.15 बजे शिविर से निकलेंगे, सुबह 6.15 बजे घाट पहुंचेंगे और 6.55 बजे प्रस्थान करेंगे.
श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा/तपोनिधी श्री पंचायती आनंद अखाड़ा- सुबह 6.05 बजे शिविर से निलेंगे, सुबह 7.05 बजे घाट पहुंचेंगे और 7.45 बजे प्रस्थान करेंगे
श्री पंच दशनाम जूना अखाड़ा/श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़ा/श्री शंभू पंच अग्नि अखाड़ा- सुबह 7 बजे शिविर से निकलेंगे, सुबह 8 बजे घाट पहुंचेंगे और 8.40 बजे प्रस्थान करेंगे
अखिल भारतीय श्री पंच निर्मोही अनि अखाड़ा/अखिल भारतीय श्री पंच दिगम्बर अनि अखाड़ा/अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनि अखाड़ा- सुबह 9.40 बजे शिविर से निकलेंगे, सुबह 10.40 बजे घाट पहुंचेंगे और 11.10 बजे प्रस्थान करेंगे
श्री पंचायती अखाड़ा नया उदासीन – दोपहर 12.15 बजे शिविर से निकलेंगे, दोपहर 1.15 बजे घाट पहुंचेंगे और 2.10 बजे प्रस्थान करेंगे
श्री पंचायती बड़ा उदासीन – दोपहर 1.20 बजे शिविर से निकलेंगे, दोपहर 2.20 बजे घाट पहुंचेंगे और 3.20 बजे प्रस्थान करेंगे
श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल- दोपहर 2.40 बजे शिविर से निकलेंगे, दोपहर 3.40 बजे घाट पहुंचेंगे और 4.20 बजे प्रस्थान करेंगे