प्रयागराज: गणतंत्र दिवस की वर्षगाँठ यूं तो समूचे देश में धूम-धाम से मनाई जा रही है, लेकिन संगम नगरी प्रयागराज के कुंभ मेले में आये साधु-संतों ने आज इसे बेहद खास अंदाज़ में मनाया. भगवाधारी साधुओं ने एक हाथ में दंड, त्रिशूल व डमरू तो दूसरे में तिरंगा लेकर राष्ट्रध्वज फहराया और भजनों व देशभक्ति गीतों के ज़रिये लोगों को आपसी सदभाव बनाये रखने की सीख दी. संत-महात्माओं व नागा साधुओं ने इस मौके पर भारत माता के चित्र पर फूल चढ़ाकर दीप जलाए और लोगों को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने का संकल्प दिलाया.


धर्म की नगरी प्रयागराज में इन दिनों संगम की रेती पर लगे कुंभ मेले में तमाम साधु-महात्मा आये हुए हैं. गणतंत्र दिवस की वर्षगाँठ पर इन साधु- संतों ने भी कुंभ मेले में न सिर्फ तिरंगा फहराया बल्कि भजनों के साथ ही देशभक्ति के गीत भी पेश किये. कार्यक्रम की शुरुआत में साधुओं ने भारत माता के चित्र पर फूल चढ़ाए और दीप जलाकर आरती की. इस मौके पर आतंकवादी हमलो में मारे गए शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई तो साथ ही देश की सीमाओं पर तैनात जवानों को आशीर्वाद भी दिया गया.


संत- महात्माओं ने झंडा फहराने के बाद लोगों को देश के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी ठीक से निभाने की सीख दी तो साथ ही आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की शपथ भी दिलाई. संत - महात्माओं ने लोगों को नसीहत दी कि अगर देश को तरक्की के रास्ते पर ले जाना है तो सभी को जाति -धर्म व क्षेत्रबाद से ऊपर उठकर साफ़ सुथरी छवि वाले ईमानदार नेताओं को ही वोट डालना होगा, ताकि वह उनके प्रति ज़िम्मेदार व जवाबदेह हो सकें. ध्वजारोहण के कार्यक्रम नागा सन्यासियों के अखाड़ों में भी हुए.


वैसे तो ये साधु-संत अब तक धर्म ध्वजाएं ही फहराते रहे हैं, लेकिन प्रयागराज के कुंभ मेले में इन्होने राष्ट्र ध्वज भी फहराकर न सिर्फ ख़ास अंदाज़ में गणतंत्र दिवस मनाया बल्कि लोगों को आपसी-एकता, भाई-चारे और देश के प्रति लगाव रखने का सन्देश भी दिया. साधु-संतों के इस अनूठे गणतंत्र दिवस समारोह में बड़ी संख्या में आम श्रद्धालुओं ने भी शिरकत की और इनकी बातों व संदेशों पर अमल करने का संकल्प लिया.