प्रयागराज: प्रयागराज के कुंभ मेले में आए साधू -संतों ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की मांग की है. संतों का कहना है कि अगर सरकार ने जल्द ही मंदिर निर्माण का रास्ता साफ़ नहीं कराया तो लोकसभा चुनाव में बीजेपी को करारी हार का सामना करना पड़ेगा. संतों के मुताबिक़ 2014 के चुनाव में लोगों ने मोदी की हिंदुत्ववादी छवि पर बीजेपी को वोट किया था. उस वक्त विकास कोई मुद्दा नहीं था.


संतों के मुताबिक़ सभी को उम्मीद थी कि नरेंद्र मोदी पीएम बनने के बाद मंदिर निर्माण के बारे में कोई पहल ज़रूर करेंगे, लेकिन अभी तक कोई हल नहीं निकलने से लोगों में ज़बरदस्त नाराज़गी है. कुंभ मेले में आए संत- महात्माओं ने मोदी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर अगले दो महीनों में मंदिर निर्माण के लिए कोई पहल नहीं हुई तो बीजेपी आने वाले पचास सालों तक सत्ता में नहीं आ पाएगी.


इस बारे में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरि का कहना है कि बीजेपी को यह समझ लेना चाहिए कि इस वक्त लोगों को विकास से ज़्यादा मंदिर की ज़रूरत है. अगर मोदी राज में मंदिर का निर्माण शुरू हो गया तो इस सरकार को लम्बे अर्से तक कोई भी हिला नहीं पाएगा, लेकिन मंदिर की पहल नहीं होने पर बीजेपी पचास सालों तक सत्ता में नहीं आ सकेगी.


अग्नि अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद सरस्वती का कहना है कि अगर मोदी सरकार संसद में क़ानून या अध्यादेश नहीं लाती है तो बीजेपी को लोकसभा चुनाव में खासी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. मेले में आए तमाम दूसरे साधू -संतों का भी सरकार के रवैये को लेकर यही मानना है.