प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुंभ मेले के आयोजन में दृश्य और अदृश्य दोनों प्रकार की शक्तियां उपस्थित रहती हैं. हम भले ही अदृश्य शक्तियों को न देख पाते हों, लेकिन इन्हीं के प्रभाव से 12-15 करोड़ लोग इस मेले में खिंचे चले आते हैं.


कुंभ मेला क्षेत्र में अखाड़ों के शिविरों में व्यवस्थाओं और मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए मुहैया कराई जा रही सुविधाओं का जायजा लेने के बाद कुंभ मेला एसएसपी कार्यालय परिसर में नाविकों को लाइफ जैकेट वितरण के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने यह विचार व्यक्त किया.


मुख्यमंत्री ने बताया,"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी गंगा पूजन के साथ इस कुंभ का शुभारंभ कर चुके हैं. 17 जनवरी के राष्ट्रपति जी का भी आगमन प्रस्तावित है और फरवरी के महीने में उप राष्ट्रपति का भी आगमन कुंभ के दौरान होगा."


उन्होंने कहा,"वाराणसी में प्रवासी भारतीय दिवस होने जा रहा है. जनवरी में 5,000 प्रवासी भारतीय कुंभ मेले में भी आएंगे."


योगी आदित्यनाथ ने कहा,"हम करीब 11 बजे से ही पूरे कुंभ क्षेत्र में घूमकर सुविधाओं को देख रहे हैं. हमारा एक ही भाव है कि यहां आने वाले किसी भी श्रद्धालु को कोई कष्ट न हो. यह हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी बनती है कि इस मेले में आने वाला हर व्यक्ति अच्छा अनुभव लेकर जाए."


मुख्यमंत्री ने कहा,"कुंभ मेले के लिहाज से हमने प्रयागराज के लिए बहुत कुछ नया करने का प्रयास किया है. डेढ़ वर्ष से कम अवधि में 10 से अधिक फ्लाईओवर, छह अंडरपास, 264 से अधिक सड़कों का निर्माण एवं चौड़ीकरण, 64 से अधिक चौराहों का सुंदरीकरण होना, अक्षयवट और सरस्वती कूप के दर्शन की सुविधा उपलब्ध कराना, कुंभ के क्षेत्रफल का विस्तार होना.. ये बहुत सी ऐसी चीजें हैं जो पहली बार लोगों को देखने को मिलेगा."


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ प्रदेश के नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, नागरिक उड्डयन मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी, महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी, कुंभ मेला अधिकारी विजय किरण आनंद और प्रशासन के अन्य अधिकारी मौजूद थे.