नयी दिल्ली: रेलवे ने अगले साल जनवरी में इलाहाबाद में आयोजित होने वाले कुंभ मेले के लिए 41 परियोजनाएं शुरू की हैं जिनपर 700 करोड़ रुपये की लागत आएगी. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि 41 परियोजनाओं में से 29 पूरी हो चुकी हैं. अन्य अंतिम चरण में हैं तथा जल्द पूरी होने वाली हैं.
उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) के महाप्रबंधक राजीव चौधरी ने एक प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि इलाहाबाद जंक्शन रेलवे स्टेशन पर चार बड़े कंपाउंड का निर्माण किया गया है जिनमें 10,000 तीर्थयात्रियों को विभिन्न मुहैया जा सकती हैं. इनमें वेडिंग स्टॉल, पानी के बूथ, टिकट काउंटर, एलसीडी टीवी, सीसीटीवी, महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग- अलग शौचालय होंगे. इसी तरह से अन्य स्टेशनों पर भी यात्री कंपाउंड बनाए गए हैं.
कुंभ मेले के दौरान मेले में आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए इलाहाबाद जिले के विभिन्न स्टेशनों से करीब 800 विशेष ट्रेन चलाने का प्रस्ताव है. यह ट्रेनें एनसीआर की ओर से चलाई जाने वाली नियमित ट्रेनों से अलग होंगी.
रेलवे की 5000 ‘प्रवासी भारतीयों’ को इलाहाबाद से नयी दिल्ली ले जाने के लिए चार-पांच विशेष ट्रेनें चलाने की योजना है. ये प्रवासी भारतीय वाराणसी में होने वाले ‘प्रवासी भारतीय दिवस’ में शिरकत करने जाएंगे और वाराणसी से कुंभ मेले में हिस्सा लेने के लिए इलाहाबाद जाएंगे.
चौधरी ने बताया कि रेलवे, मेले के दौरान इस पवित्र शहर में यात्रियों की भारी भीड़ से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) समेत प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करेगा.
उन्होंने कहा कि आईबीएम भीड़ नियंत्रण के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग कर वीडियो विश्लेषण सेवा प्रदान करेगा जबकि स्थिति पर नजर रखने के लिए बड़ी संख्या में शक्तिशाली सीसीटीवी कैमरे होंगे और सूचनाएं प्रदर्शित करने के लिए कई एलईडी स्क्रीन होंगी.
विशेष मामले के तौर पर रेल मंत्रालय ने यह फैसला किया है कि इलाहाबाद क्षेत्र में पड़ने वाले 11 स्टेशनों से अनारक्षित रेलवे टिकटों की 15 दिन पहले से बुकिंग की इजाजत दी जाएगी.
इलाहाबाद में उत्तर मध्य रेलवे ने ‘रेल कुंभ सेवा मोबाइल एप्प’ का भी शुभारंभ किया है.