कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुए एक दर्दनाक हादसे में 13 बच्चों की मौत हो गई और सात अभी नाजुक हालात में हैं. सुबह दुदही रेलवे क्रॉसिंग पर स्कूली बच्चों से भरी वैन ट्रेन से टकरा गई, जिसकी वजह से इतनी बड़ी दुर्घटना हुई. इस घटना के बाद बच्चों के मां बाप पर तो दुख का पहाड़ टूटा ही, मौके पर पहुंचे हर शख्स की आंख नम थी.
दर्द की कहानी
इस हादसे में अनस और अरशद नाम के दो भाइयों मौत हो गई. अनस अपने भाई अरशद से एक साल छोटा था, लेकिन दोनों बर्थ डे एक ही दिन मनाते थे. दोनों की मौत भी साथ साथ हुई. घरवाले कहते हैं कि वैन के ड्राइवर ने दोनों की जान ले ली.
अनस सात साल का था. अरशद उससे एक साल बड़ा यानी आठ साल का था. दोनों चचेरे भाई थे. अनस और अरशद पहली क्लास में पढ़ते थे. साथ स्कूल जाना, खेलना, पढ़ना और झगड़ना भी. दोनों भाई साथ-साथ पांच जून को बर्थ डे मनाते थे. जब मौत आई तब भी दोनों साथ ही थे. मैजिक वैन में भी दोनों एक साथ ही बैठे थे.
अरशद पढनें में बहुत अच्छा था लेकिन अनस का पढ़ाई में मन ही नहीं लगता था. अरशद बड़ा होकर आईएएस अधिकारी बनना चाहता था, लेकिन सारे सपने उसके साथ ही चले गए. उसके बड़े भाई रमज़ान अली कहते हैं कि ड्राईवर और स्कूल वालों ने उनके भाई की जान ली है.
इस दुर्घटना के बारे में पता चलते ही माता-पिता, सगे संबंधी, पड़ोसी, दोस्त सभी इस उम्मीद में दुर्घटना वाली जगह की ओर दौड़े कि शायद उनका अपना बच्चा किसी तरह बच गया हो लेकिन उन्हें मायूसी मिली. हादसे के वक्त मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि वैन के चालक से लोगों ने कहा था कि रूक जाए, ट्रेन आ रही है लेकिन उसने अनसुनी कर दी. चालक खुद गंभीर रूप से घायल है और गोरखपुर मेडिकल कालेज में उसका इलाज हो रहा है.