कुशीनगर: लॉकडाउन के बाद बंद हुई शराब और बीयर की दुकानों की वजह से शराब मिलना मुश्किल हो गया है. शराब के शौकीनों की वजह से तस्करों की चांदी हो गई है. शराब तस्कर दोगुने से अधिक मूल्य पर शराब बेच रहे हैं. लॉकडाउन के बाद से शराब की लाइसेंसी दुकानों पर ताला लग गया जिसकी वजह से तस्कर अपने मंसूबो को सफल बनाने में कामयाब हो रहे हैं. इन तस्करों को कुछ पुलिसकर्मियों का भी साथ मिल गया है जिसकी वजह से यह खुलेआम अपना धंधा बेरोकटोक चला रहे हैं.


सरकारी शराब की दुकान बंद होने के बाद भी विभाग की मिलीभगत से दुकानों के अंदर से शराब बेची जा रही है. लॉकडाउन के पहले और इस समय का दुकानों और गोदामों का स्टॉक मिलान हो जाए तो शराब तस्करी का बड़ा खुलासा हो सकता है. सूत्रों की मानें तो बिहार में शराबबंदी के बाद सीमा क्षेत्र से लगे थानों में बड़ी मात्रा में बरामद हरियाणा मिश्रित अवैध शराब का एक बड़ा हिस्सा भी इस समय नदारत होता जा रहा है. हालांकि वर्तमान पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्रा ने 4 माह पूर्व थानों के मालखाने में जब्त अवैध शराब का भौतिक सत्यापन कराया था और उस समय सब कुछ ठीक मिला था. अब फिर से कोरोना की इस महामारी के बाद थानों के मालखानों से गायब शराब की सूचना पर जांच दोबारा कराने की बात पुलिस अधीक्षक ने कही है.


यूपी के कुशीनगर जनपद के तमकुहीराज पुलिस सर्किल के लगभग सभी 4 थाने तरयासुजान, सेवरही, विशुनपुरा और पटहेरवा बिहार सीमा व नारायणी नदी (बड़ी गण्डक) से सटे हुए हैं. बिहार में शराबबंदी के बाद से हरियाणा से लाई गईअवैध शराब की बड़ी खेप बिहार में तस्करों द्वारा सप्लाई की जाती है. जिससे इन क्षेत्रों से अवैध शराब के तस्करी होने की पुष्टि पुलिस द्वारा लगातार हो रही बरामदगी से होती रहती है. लॉकडाउन के बाद से वर्तमान में तरयासुजान, पटहेरवा और सेवरही थाना क्षेत्रों से लगातार बड़े पैमाने पर पुलिस और आबकारी विभाग के सहयोग से शराब तस्करी की खबरें आ रही है. यह सभी अवैध शराब लॉकडाउन के पहले से स्टॉक करके रखे होने की वजह से दोगुने से अधिक दामों पर बिक रहे हैं.


बता दें कि यह कुशीनगर पुलिस की सक्रियता ही कही जाएगी कि हरियाणा से निकली शराब यूपी की सीमा को क्रास करते हुए बार्डर के थानों तरयासुजान और पटहेरवा थाने की पुलिस ने पूर्व में बड़ी मात्रा में हरियाणा मिश्रित अवैध शराब की बड़ी खेप (लाखों लीटर शराब व स्प्रीट) बरामद की है. सूत्रों की मानें तो लॉकडाउन के बीच तस्करों ने बाहर से अवैध शराब की खेप कम आने के कारण बिहार सीमा के थानों से सम्पर्क कर बरामद शराब की कीमत दोगुने दाम पर तय कर उसे रात के अंधेरे में थानों से निकाल बिहार प्रान्त में सप्लाई करनी शुरू कर दी है.


पुलिस विभाग की सूत्रों की मानें तो बिहार सीमा से लगे तरयासुजान एवं पटहेरवा थाने से यह तस्कर बड़ी मात्रा में अवैध शराब निकाल चुके है. लॉकडाउन के बाद से हरियाणा मिश्रित अवैध शराब की खेप कम आयी है, लेकिन उसकी भरपाई सरकारी शराब के दुकानों के अनुज्ञापी आबकारी विभाग और पुलिस के सहयोग से बंद दुकानों से माल गायब करके पूर्ति करने में सफल रहे हैं.


लॉकडाउन के बाद से हरियाणा में शराब के कारखानों के बंद होने के बाद से बाहर से अवैध शराब की खेप नहीं आ पा रही लेकिन फिर भी दोगुने दाम पर पटहेरवा थाने के समउर बाजार, बनकटा बाजार, इंद्रा बाजार, दर्जिया, तरुवनवा, चौरा, जौरा बाजार, बसडीला महन्थ, रकबा और सेवरही थाने के सेवरही नगर, बनरहा, पिपराघाट में बिक रही है. साथ ही तरयासुजान थाने के तमकुहीराज कस्बा सहित सलेमगढ़, तरयासुजान, सिसवा बाजार, अहिरौली दान, तिनफेडिया, डिबनी बंजरवा, चखनी में दोगुने से तीन गुना दाम पर देशी व अंग्रेजी शराब बिकने की सूचना लगातार मिल रही है.


इस सबन्ध में पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार मिश्रा ने बताया कि बिहार में शराबबंदी के बाद से कुशीनगर में 01.01.2018 से 28.04.2020 तक अवैध शराब के 3382 अभियोग पंजीकृत करके 360194 लीटर अवैध शराब व 83880 लीटर स्प्रिट की बरामदगी की गई है. इन मुकदमों में कुल 3760 तस्कर अभियुक्त बनाये गए है. जनपद में मेरी पोस्टिंग 20.08.19 को हुई है. 20.08.19 के बाद से अब तक 28.04.2020 तक कुल 1034 मुकदमे अवैध शराब के दर्ज किए गए हैं. इसमें कुल 123643 लीटर अवैध शराब के साथ 3840 लीटर स्प्रिट की बरामदगी की गई है. मेरे आने के बाद से अवैध शराब की तस्करी पर रोक लगी है. थानों से माल गायब होने की सूचना नहीं है. मैंने आने के बाद से मालखाने की जांच कराई थी जिसमें सब कुछ सही पाया गया था. अगर ऐसी शिकायत मिल रही है तो फिर जांच कराई जाएगी. अवैध शराब तस्करी को किसी तरह से नहीं होने दिया जाएगा.



मुंबई: NGO चलाने वाले गिरोह ने लॉकडाउन के दौरान सात करोड़ रुपये के गहने लूटे, गिरफ्तार



Coronavirus: सुरक्षित हो सकेगा एसी का इस्तेमाल, संक्रमण को रोकने में 'ट्रैप एंड किल' ट्रिक दिखाएगी कमाल