कुशीनगर: कुशीनगर लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार आरपीएन सिंह ने नामांकन दाखिल कर दिया है. दोपहर लगभग एक बजे आरपीएन सिंह अपना नामांकन करने अपने परिवार के साथ नामांकन कक्ष पहुंचे. आरपीएन सिंह के साथ उनकी माँ, उनकी पत्नी और बेटी भी थीं. उन्होंने चार सेटों में अपना नामांकन दाखिल क़िया. नामांकन करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में आरपीएन सिंह भाजपा पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि इस बार का मुद्दा किसान हैं. अप्रैल महीना खत्म होने को है पर गन्ने की फसल खेतों में पड़ी है. पर्ची के लिए मारामारी हो रही है. कांग्रेस प्रत्याशी ने कहा अगर मोदी जी अपने 2014 के भाषण को सुन लें तो मुझे पूरा विश्वास है कि 2019 में अपने आप को ही वोट नही देंगे.
अपने नामांकन से पूर्व आरपीएन सिंह ने पडरौना कस्बे में पैदल मार्च करके अपनी ताकत दिखाने की कोशिश की. हजारों लोगों के साथ जुलूस निकाल कर पहले 6 किमी तक पदयात्रा की. लोग उनका स्वागत फूल-मालाओं से कर रहे थे. उसके बाद वह जिलाधिकारी कार्यालय में बने नामांकन करने अपने परिवार के साथ पहुँचे. नामांकन करने के बाद मीडिया से बात करते हुए आरपीएन सिंह ने कहा प्रधानमंत्री जी क्यों नहीं बेरोजगारी की बात करते हैं. यह सिर्फ जुमला है. एक मई को प्रधानमंत्री के अयोध्या जाने के सवाल पर आरपीएन सिंह ने कहा कि पांच साल के बाद उनको भगवान राम की याद आ रही है, पांच साल पहले तो उन्होंने कहा था कि भगवान राम का भव्य मंदिर बनवाऊंगा, इस बार वह इस मुद्दे को भूल गए हैं क्योंकि जिसने गरीबों का दिल तोड़ा हो,जिसने किसानों का दिल तोड़ा हो, बेरोजगारों का दिल तोड़ा हो ऐसे व्यक्ति को भगवान राम भी माफ नही करेंगे.
एबीपी न्यूज़ से कही ये बातें-
नामांकन के बाद एबीपी न्यूज से बातचीत में आरपीएन सिंह ने कहा कि जहां हम खड़े हैं वहां गन्ना किसानों की सबसे बड़ी समस्या है. अप्रैल का महीना समाप्त हो रहा है और अभी भी किसान पर्ची के लिए मारा-मारा फिर रहा है. जो पेमेंट हो रहा है उसमें भी पैसे काट कर दिए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री जी पडरौना आकर जो उन्होंने वादे किए थे वह अगर 2014 का अपना भाषण सुन लें तो 2019 में अपने आप को वोट नही देंगे.
नरेंद्र मोदी के नामांकन और रोड शो पर उनका कहना था कि प्रधानमंत्री रोड शो करेंगे तो भीड़ तो आएगी. वे प्रेस से इंटरव्यू नहीं करा रहे हैं. इंटरव्यू भी कराए तो कलाकारों से कराए. उनको उम्मीदवारों की कमी पड़ रही है तो हर जगह एक्टर ही उतारे जा रहे हैं. भाजपा में जो कलाकारों के बादशाह हों उनको कलाकारों की जरूरत जरूर पड़ेगी.
2019 चुनाव के रिजल्ट के सवाल पर उनका कहना था कि मोदी जी ने देश की जनता को जुमले दिए. किसानों के बारे में बात की, नौजवानों के बारे में बात की, पंद्रह लाख के बारे में बात की, गरीबों के बारे में बात की सब जुमले साबित हुए हैं. लोगों ने बहुत भरोसे के साथ 2014 मे उनको वोट दिया है. उन्होंने उस भरोसे को तोड़ा है. इसलिए 2014 के मुद्दे की वह चर्चा ही नहीं करते. 2019 में वह भगवान राम को ही भूल गए हैं.
आरपीएन सिंह की संपत्ति-
संपत्ति की बात करें तो कांग्रेस प्रत्याशी आरपीएन सिंह 13,41,40000/ रुपये (तेरह करोड़ इकतालीस लाख चालीस हजार) की कुल सम्पत्ति के मालिक हैं. तो वहीं उनकी पत्नी सोनिया सिंह के पास कुल 10,50,00000 रुपए (दस करोड़ पचास लाख रुपए) की संपत्ति है. इतना ही नही आरपीएन सिंह के पास अंगूठी, चैन, ब्रेसलेट आदि को मिलाकर 24 लाख के गहने भी हैं.
पत्नी सोनिया सिंह कुल 31 लाख के गहने की मालकिन हैं. आरपीएन सिंह अपनी आय का स्रोत कृषि बताए हैं. इनके पास 2 ट्रैक्टर, एक इनोवा कार है और इनकी पत्नी सोनिया सिंह के पास एक टोयटा की क्रोला व इनोवा कार भी है. सोनिया सिंह ने अपनी आय का स्रोत पत्रकारिता बताया है.
आरपीएन सिंह के पास नकदी के रूप में 2,28000 /00 (दो लाख अट्ठाइस हजार रुपए) तथा पत्नी सोनिया सिंह के पास 1,85000/00(एक लाख पचासी हजार) रुपये नकदी के रूप में हैं. आरपीएन सिंह ने अपनी शैक्षिक योग्यता बीए (ऑनर्स) सन 1985 में सेंट स्टीफन कालेज दिल्ली से होना बताया है. इन पर किसी तरह का कोई कर्ज नहीं है.