गोरखपुर: कुशीनगर ट्रेन हादसे की असली वजह क्‍या थी, ये बड़ा सवाल है. हालांकि हादसे की वजह का खुलासा करते हुए पूर्वोत्‍त्‍र रेलवे के मुख्‍य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव ने बताया कि स्‍कूल वैन के ड्राइवर ने कान में ईयरफोन लगाया हुआ था. जब अनमैंड क्रॉसिंग पर गेट मित्र ने उसे रोकने की कोशिश की तो वह नहीं रुका और हादसा हो गया.


इस वैन में 17 बच्‍चे और एक ड्राइवर बैठे थे. जिसमें 11 बच्‍चों की घटनास्‍थल पर ही मौत हो गई और दो बच्‍चों की अस्‍पताल ले जाते समय मौत हो गई. 4 बच्‍चे और एक ड्राइवर को बीआरडी मेडिकल कालेज लाया जा रहा है. वैन के ड्राइवर की लापरवाही सामने आई है.


सीपीआरओ संजय यादव ने बताया कि नियम के मुताबिक एनमैंड क्रासिंग सुरक्षित पार करने की जिम्‍मेदारी रोड यूजर की है. क्रासिंग पार करने के पहले ड्राइवर गाड़ी रोकेगा और उतरकर देखेगा कि दोनों तरफ से देखेगा कि कोई गाड़ी नहीं आ रही है. उसके बाद वो क्रासिंग पार करेगा.


अनमैंड रेलवे क्रासिंग पर मुआवजे का कोई प्रावधान नहीं है, लेकिन मानवता के आधार पर रेलमंत्री ने दो लाख रुपए प्रति बच्‍चे के परिवार को मुआवजा का ऐलान किया है. एनईआर में 625 के लगभग अनमैंड रेलवे क्रासिंग हैं. यहां पर 12-12 घंटे की दो शिफ्ट पर संविदा पर गेट मित्र तैनात हैं. पूर्वोत्‍तर रेलवे शीघ्र ही अनमैंड रेलवे क्रासिंग को समाप्‍त करने के प्रयास कर रहा है.