लखनऊ: योगी आदित्यनाथ को 'दलित मित्र' बनाने वाले को ईनाम मिल ही गया. लालजी प्रसाद निर्मल को यूपी अनुसूचित जाति वित्त निगम का अध्यक्ष बना दिया गया है. आंबेडकर जयन्ती के मौके पर 14 अप्रैल को योगी आदित्यनाथ को दलित मित्र सम्मान से सम्मानित किया गया था.


आंबेडकर महासभा के इस फैसले का कुछ लोगों ने विरोध भी किया था लेकिन महासभा के अध्यक्ष लालजी निर्मल अपने फैसले पर अड़े रहे. उन्होंने तो अगले साल पीएम नरेंद्र मोदी को दलित मित्र से सम्मानित करने का एलान किया है.


गौरतलब है कि बीजेपी के ही चार दलित सांसद इन दिनों नाराज चल रहे हैं. नगीना के एमपी यशवंत सिंह ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिख कर कहा था कि आपके चार साल के सरकार में कोई काम नही हुआ है.


रॉबर्ट्सगंज के सांसद छोटेलाल खरवार ने कहा था कि सीएम योगी उनकी सुनते नहीं हैं. ऐसे माहौल में जब दलितों का गुस्सा सातवें आसमान पर है, निर्मल ने योगी को दलित मित्र सम्मान से सम्मानित किया. कुछ लोग तो उन्हें एमएलसी बनाये जाने की भी चर्चा कर रहे थे. खबर है कि बीजेपी, निर्मल को दलितों को पार्टी से जोड़ने की जिम्मेदारी देगी.


मायावती के राज में डीजीपी रहे बृजलाल को अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है. वे मायावती के करीबी अफसर माने जाते थे लेकिन रिटायर होने के बाद वे बीजेपी में शामिल हो गए. हाल में हुए राज्य सभा चुनाव में बृजलाल को टिकट दिए जाने की चर्चा थी लेकिन बात नहीं बन पायी.