नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर अब लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है. आरजेडी लगातार इस कानून को लेकर केंद्र और बिहार सरकार पर निशाना साध रही है. आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि हम CAA के खिलाफ आखिरी दम तक लड़ेंगे.


उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''सड़क और संसद से लेकर कोर्ट तक मानवता व संविधान विरोधी नागरिकता संसोधन क़ानून के विरुद्ध लड़ाई लड़ रहे है और आख़िरी दम तक लड़ते रहेंगे. जय हिंद, जय संविधान, जय भारत.''


वहीं राष्ट्रीय जनता दल ने ट्वीट कर कहा कि CAA और NRC का आज देश भर में जितना विरोध हो रहा है उसका मात्र 1 प्रतिशत विरोध भी पूंजीपति व व्यापारी वर्ग ने किया होता तो रोलबैक हो चुका होता. यह दिखाता है कि मध्यम वर्ग और निर्धन नागरिकों की पीड़ा के प्रति भाजपा व NDA का कितना दोहरा चरित्र है! आरजेडी ने 21 दिसंबर को बंद बुलाया है.


तेज प्रताप यादव ने भी ट्वीट कर कहा, ''पोरस को बता दें ये सिकन्दर को बता दें, क़तरा हैं मगर फिर भी समन्दर को बता दें ! हम ज़ुल्म के आगे ना झुके हैं, ना झुकेंगे, ये बात चलो वक्त के हिटलर को बता दें ! धर्म आधारित नागरिकता संसोधन कानून एवं छात्रों पर हुए हिंसा के खिलाफ 21 दिसंबर को आरजेडी आहूत बिहार बंद को सफल बनायें.''


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बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक दर्जन से अधिक याचिका दाखिल की गई है. इन याचिकाओं पर बुधवार को सुनवाई होगी. याचिकाकर्ताओं में AIMIM सांसद असदुदुदीन ओवैसी, कांग्रेस नेता जयराम रमेश, तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा, केरल की पार्टी मुस्लिम लीग शामिल हैं.


इन याचिकाओं में धर्म के आधार पर शरणार्थियों को नागरिकता देने वाले कानून को संविधान के खिलाफ बताया गया है. सुप्रीम कोर्ट में सर्दी की छुट्टी से पहले कामकाज का बुधवार को आखिरी दिन है. ऐसे में याचिकाकर्ताओं की कोशिश कानून पर रोक हासिल करने की होगी.


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