पटना: चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव ने आज विशेष सीबीआई कोर्ट में सरेंडर किया. हालांकि अदालत ने थोड़ी राहत देते हुए खराब स्वास्थ्य के आधार पर उन्हें अस्पताल में इलाज कराने की इजाजत दे दी. लालू को कानूनी प्रक्रिया के तहत जेल भेजा जाएगा. उसके ठीक बाद उन्हें रांची स्थित रिम्स अस्पताल भेजा जाएगा. जहां वे डॉक्टर की निगरानी में रहेंगे. जेल में लालू यादव का मेडिकल चेकअप होगा.


सरेंडर करने से ठीक पहले उन्होंने कहा कि हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं. उन्होंने अस्पताल में रहने की मांग संबंधी खबर पर कहा कि हमने ऐसी मांग नहीं की है. सरकार चाहे हमें जहां रखे. दरअसल, लालू यादव पिछले कुछ दिनों से बीमार हैं.


रांची हाईकोर्ट के सरेंडर करने के आदेश से पहले वे मुंबई के एशियन हार्ट इंस्टीट्यूट में भर्ती थे. अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद 25 अगस्त को लालू यादव पटना पहुंचे थे. लालू यादव कल पटना से रांची पहुंचे थे. झारखंड हाई कोर्ट ने लालू यादव की अंतरिम जमानत को बढ़ाने से इनकार कर दिया था और उन्हें 30 अगस्त तक सरेंडर करने को कहा था.


मैं निर्दोष हूं, आज नहीं तो कल न्याय मिलेगा: लालू
झारखंड रवाना होने से पहले लालू यादव ने पटना में एबीपी न्यूज़ से खास बातचीत की. उन्होंने कहा कि बहुत जगह इलाज कराया लेकिन पूरी तरह से निरोग नहीं हुए. लालू यादव ने कहा, ''न्यायालय का आदेश है जब भी बीमार पड़ेंगे विचार किया जाएगा, अस्पताल में आराम करने का मुझे शौक नहीं है. न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. आज नहीं तो कल न्याय मिलना है.''


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मोदी और नीतीश पर जमकर निशाना साधा
लालू यादव ने रांची रवाना होने पहले मीडिया से बात करते हुए पीएम मोदी और नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा. लालू यादव ने कहा कि राबड़ी देवी और उनके बच्चों पर जितने भी केस हैं वे सब बेबुनियाद हैं. उन्होंने कहा कि हमलोगों को घेरकर रखने की साजिश है ताकि चुनाव पार हो जाए. इसके साथ ही उन्होंने कहा, ''हमारा देश तानाशाही की तरफ अग्रसर हो गया है. पांच विद्वानों को कल छापा मारकर गिरफ्तार किया गया है. मोदी जी डर गये हैं कि उनकी हत्या हो जाएगी. प्रधानमंत्री बोले कि मेरी हत्या हो जाएगी ये देश को अच्छा नहीं लगा. कब किस नेता को क्या होगा, कब गिरफ्तारी होगी ये रास्ता प्रसस्त हो गया है.''


वहीं नीतीश सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में कोई ऐसा दिन नहीं है जब हत्या और बलात्कार की घटना न हो. कोई ऐसा दिन नहीं है जहां विरोध नहीं हो रहा हो. राज्य में पूरी तरह से अराजकता का माहौल है. रोम जल रहा था, नीरो बंशी बजा रहा था, नीतीश कुमार की हालत इसी तरह की है.


बिरसा मुंडा जेल से जमानत पर बाहर थे लालू
बता दें कि लालू यादव को मई में इलाज के लिए छह सप्ताह की अंतरिम जमानत दी गई थी जिसे बाद में हाई कोर्ट ने बढ़ा दिया था. चारा घोटाले के एक मामले में दिसंबर 2017 को दोषी करार दिए जाने के बाद लालू रांची की बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में रखे गए थे. उन्हें जनवरी और मार्च 2018 में दो अन्य मामलों में दोषी करार दिया गया और 14 साल की जेल की सजा दी गई. वह साल 2013 में चारा घोटाला मामले में पहली बार दोषी करार दिए गए थे और उन्हें पांच साल की जेल की सजा सुनाई गई थी.