रांची: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव चारा घोटाले के मामले में रांची की सेंट्रल जेल में सजा काट रहे हैं. शुरुआत से ही खराब स्वास्थ्य की वजह से लालू यादव को रांची के रिम्स अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में भर्ती किया गया है. डॉक्टरों के मुताबिक लालू यादव को किडनी की बीमारी समेत कुल 15 बीमारियां हैं. जिनका इलाज रांची के रिम्स अस्पताल में जारी है.


इसके साथ ही स्वास्थ्य में लगातार गिरावट के चलते रिम्स के डॉक्टरों ने लालू को दिल्ली के एम्स में रेफर करने का फैसला लिया था. जिसके साथ ही कयास लग रहे थे कि बेहतर इलाज के लिए लालू यादव को एम्स भेजा जा सकता है. लेकिन गुरुवार को 8 सदस्यों के मेडिकल बोर्ड में डॉक्टरों ने फैसला लिया है कि लालू प्रसाद यादव का इलाज रिम्स में ही होगा.


बताया जा रहा है कि लालू यादव खुद भी दिल्ली के बजाए रांची में रहकर ही इलाज कराना चाहते थे. लालू यादव के डॉक्टर उमेश प्रसाद के मुताबिक फिलहाल लालू यादव की किडनी 50 फीसदी ही काम कर रही है. रिम्स में नेफ्रोलॉजी विभाग न होने की वजह से लालू को किसी बेहतर नेफ्रोलॉजिस्ट के पास भेजने पर विचार हो रहा था.


हालांकि अभी तक इसपर फैसला नहीं लिया गया कि आखिर उन्हें किसके पास भेजा जाए. इसीलिए मेडिकल बोर्ड ने डॉक्टर उमेश प्रसाद की देखरेख लालू का इलाज करने का फैसला किया है. हालांकि डॉक्टर उमेश प्रसाद भी चाहते हैं कि लालू यादव के स्वास्थ्य की पूरी जांच किसी बेहतर जगह हो जिससे उनको और लालू के परिवार के सदस्यों को पूरी तरह से संतुष्टि मिल सके.


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