गुरुग्राम: उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की अध्यक्ष दरवेश सिंह यादव की आगरा न्यायालय में हत्या करने के बाद खुद को गोली मार लेने वाले वकील की शनिवार को गुरुग्राम के एक अस्पताल में मौत हो गई. मनीष शर्मा को मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वह कोमा में थे और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. शनिवार दोपहर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.

शर्मा ने अपने सहकर्मी दरवेश सिंह यादव को 12 जून को गोली मार दी थी. उसके दो दिन पहले ही वह बार काउंसिल की अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं. शर्मा ने यादव पर तीन गोलियां दागी थीं और घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई थी. उसके तत्काल बाद शर्मा ने खुद के सिर में गोली दाग ली थी.

आगरा की अधिवक्ता दरवेश यूपी बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष चुनी गई थीं. पुलिस ने बताया कि दीवानी परिसर में उनके स्वागत का कार्यक्रम चल रहा था, इस बीच एडवोकेट मनीष शर्मा, दरवेश सिंह के पास पहुंचे और एक के बाद एक तीन राउंड फायरिंग की. दरवेश मौके पर ही गिर गईं और उनकी मौत हो गई. इसके बाद आरोपी मनीष शर्मा ने खुद को भी गोली मार ली.

दरवेश और मनीष को अस्पताल ले जाया गया जहां दरवेश सिंह को मृत घोषित कर दिया गया था. सूचना मिलते ही एडीजी सहित पूरा पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गया था.

एटा की रहने वाली दरवेश सिंह ने आगरा कॉलेज से एलएलबी और एलएलएम किया था. वे 2004 से दीवानी में प्रैक्टिस कर रही थीं. 2017 में उन्हें कार्यकारी अध्यक्ष चुना गया था. 2019 में उन्हें और एक अन्य वकील को चुनाव में बराबर-बराबर वोट मिले थे. दोनों को ही छह छह महीने के लिए अध्यक्ष रहना था.