बरेली: "न गुंडाराज न भ्रष्टाचार अबकी बार मोदी सरकार" इसी नारे के साथ बीजेपी ने लोकसभा में प्रचंड बहुमत पाया और फिर यूपी में भी बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला. लेकिन लगता है जैसे मोदी-योगी राज में भी भ्रष्टाचार में कोई कमी नही आई है. यूपी में अभी भी बिना रिश्वत दिए काम नही होता. बल्कि विपक्ष तो शुरू से बीजेपी पर ये आरोप लगा रहा है कि रिश्वतखोरी पहले से ज्यादा बढ़ी है. बरेली की बहेड़ी तहसील में आज रिश्वत लेते एन्टी करप्शन की टीम ने कानूनगो और लेखपाल को गिरफ्तार किया है.


किसान से मांगे 36 हजार

शेरगढ़ के नगरिया कला निवासी किसान बद्री प्रसाद ने अपनी पत्नी के नाम से 6 बीघा जमीन खरीदी थी. उस जमीन की तूदाबन्दी करवाने के लिए बद्री प्रसाद कानूनगो अमर सिंह यादव और लेखपाल सत्य देव से मिले. जिस पर कानूनगो ने बद्री प्रसाद से 60 हजार रुपये की डिमांड की थी.

बद्री प्रसाद ने जब इतने रुपये देने को मना किया तो 6 हजार रुपये बीघा जमीन के हिसाब से 36 हजार रुपये में सौदा तय हुआ. जिस पर शुरुआत में ही 2 हजार रुपये कानूनगो ने ले लिए थे और 8 हजार रुपये और देना तय हुआ था.

किसान बद्री प्रसाद ने की एन्टी करप्शन शिकायत

इस बीच बद्री प्रसाद ने एन्टी करप्शन से शिकायत कर दी थी. एन्टी करप्शन टीम ने घेराबंदी कर रिश्वत लेते कानूनगो अमर सिंह यादव और लेखपाल सत्य देव को रंगे हाथ 8 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. दोनों के खिलाफ बहेड़ी थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है.

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