वाराणसी: अभी बीजेपी विधायकों को धमकी दिए जाने का मामला शांत नहीं पड़ा कि पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र से पांच बीजेपी पार्षदों को धमकी दिए जाने का मामला सामने आया है. धमकी देने वाले ने पिछले दिनों हुई पूर्व पार्षद प्रभु साहनी की हत्या में अपनी अहम भूमिका होने का दावा भी किया.


धमकी देने वाले ने फिल्मी अंदाज में पार्षदों को धमकाते हुए बकायदा आशीर्वाद बनाए रखने को कहा और चंदे की डिमांड की है. धमकी देने वाला शातिर अपराधी एक व्यापारी की हत्या के आरोप में आजमगढ़ जेल में बंद एजाज उर्फ सोनू बताया जा रहा है.


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बंगाली टोला और दशाश्वमेध के पार्षदों को धमकी देने के लिए एजाज ने अपने गुर्गों को बाकायदा उनके पास मोबाइल फ़ोन लेकर भेजा. जबकि तीन अन्य पार्षदों से उसने जेल से ही डायरेक्ट बात की है. धमकी की कॉल रिसीव करने वाले एक पार्षद ने इस मामले में दशाश्वमेध थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है, जबकि चार अन्य पार्षद इस मामले में डर के चलते चुप्पी साधे हुए हैं. पहले धमकी भरी कॉल 30 मई को आई बताई जा रही है, वहीँ कुछ पार्षदों ने दावा किया कि उन्हें रविवार को भी धमकी दी गई.


दशाश्वमेध थाने में दर्ज एफआईआर के मुताबिक तीन दिन पहले पार्षद की दुकान में एक 20-22 वर्ष का युवक घुसा. उसके हाथ मे मोबाइल फ़ोन था और उसने कंधे पर बैग टांग रखा था. दुकान में घुसते ही उंस युवक ने पार्षद की तरफ मोबाइल फ़ोन बढ़ाया और भाई से बात करने को कहा.


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फ़ोन पर दूसरी तरफ से बात करने वाले शख्स ने अपना नाम एजाज उर्फ सोनू बताया. पार्षद के पूछने पर उसने पूर्व पार्षद प्रभु साहनी की हत्या में अपनी भूमिका होने का हवाला दिया. एजाज ने धमकी के अंदाज में पार्षद से अपने ऊपर आशीर्वाद बनाए रखने के लिए कहा और कॉल डिसकनेक्ट कर दी. फ़ोन लेकर दुकान में आया युवक तेजी से बाहर निकला. बाहर उसका साथी बाइक पर इंतजार कर रहा था. दोनों वहां से निकले और दूसरे पार्षद के दुकान पर पहुंचे.


वहां भी कमोबेश यही बातें हुईं और दोनों युवक दूसरे पार्षद की दुकान से चले गये. बता दें पूर्व पार्षद प्रभु साहनी हत्याकांड में रिजवान अंसारी को जेल भेजा गया है. रिजवान एजाज उर्फ सोनू का छोटा भाई है और वाराणसी जेल में बंद है. एजाज इस समय आजमगढ़ जेल में बंद है. पार्षद ने जब इस बारे में एफआईआर दर्ज कराई और पार्षदों के बीच जब इस बारे में एक दूसरे से बात की तब यह मामला खुला.


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बीजेपी के पार्षदों ने इस बारे में शहर दक्षिणी के विधायक प्रदेश सरकार के मंत्री नीलकंठ तिवारी को इस बारे में सूचना दी. उन्हीने इस बारे एसएसपी आरके भारद्वाज के साथ सर्किट हाउस में मीटिंग की. उन्होंने धमकी के आरोपी के खिलाफ तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए. साथ ही केस क्राइम बीच को सौंप धमकी देने वाले नम्बरों की जांच करने को कहा.


इस मामले में एसएसपी आरके भारद्वाज का कहना है कि इस मामले में एफआईआर दर्ज कर जांच की जा रही है. धमकी देने वाले शख्स के बारे अधिक जानकारी जुटाई जा रही है. उन्होंने साफ इंकार किया कि पार्षदों को धमकी देने वाला मामला कहीं से भी विधायकों को धमकी देने के मामले से जुड़ा है.