नई दिल्ली: जेडीयू के बाद अब एनडीए में बीजेपी की एक और सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी ने भी राम मंदिर पर कोर्ट का आदेश मानने की वकालत की है. पार्टी के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने कहा है कि पार्टी अपने रुख पर कायम है कि अयोध्या मसले का हल कोर्ट के आदेश से ही निकल सकता है. हालांकि उन्होंने ये साफ़ नहीं किया कि अगर इस मसले पर संसद में बिल आता है तो पार्टी का रुख क्या होगा. पासवान ने पिछले हफ्ते अयोध्या में शिवसेना और विश्व हिंदू परिषद् के कार्यक्रम को रणनीतिक तौर पर संभालने के लिए सरकार का धन्यवाद किया.
चिराग पासवान पहले की कह चुके हैं- राम मंदिर बीजेपी का एजेंडा
बता दें कि इससे पहले अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के विषय में पूछे जाने पर चिराग पासवान ने कहा था कि राम मंदिर बीजेपी का एजेंडा है. बीजेपी ने चुनावी घोषणा पत्र में भी इसका जिक्र किया है. उन्होंने हालांकि यह भी कहा था कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है और इसका हल कोर्ट के जरिए ही निकाला जाना चाहिए. चिराग ने था कहा कि सरकार अगर राम मंदिर को लेकर अध्यादेश या बिल लाना चाहती है तो पहले उसे अपने सहयोगियों से विचार विमर्श करना चाहिए.
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