पटना: केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के असंतुष्ट नेताओं ने एक नयी पार्टी बनाने का ऐलान करते हुये आरोप लगाया कि नेतृत्व ने पार्टी को ‘‘प्राइवेट लिमिटेड कंपनी’’ में तब्दील कर दिया है. एलजेपी के दो महासचिव सत्यानंद शर्मा और अनिल कुमार पासवान, कोषाध्यक्ष रमेश चंद्र कपूर के नेतृत्व में विद्रोह कर रहे इन नेताओं ने गुरूवार को एलजेपी (सेक्युलर) बनाने का ऐलान कर दिया था.
इन लोगों का आरोप है कि एलजेपी ने अमीर और बाहरी उम्मीदवारों को टिकट दिए और पार्टी पर कब्जा बनाए रखने वाले परिवार के हितों को बढ़ाने तक सीमित कर लिया है. हालांकि एलजेपी की बिहार इकाई के अध्यक्ष और हाजीपुर सांसद पशुपति कुमार पारस ने इन गतिविधियों को खारिज करते हुये कहा कि शर्मा पर आरोप है कि वह पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान की संसदीय सीट जमुई में लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे.
पारस ने कहा कि जो भी उनके साथ होने का दावा कर रहे हैं. वे वास्तव में बहुत पहले ही पार्टी विरोधी गतिविधयों के आधार पर निष्कासित किए जा चुके हैं. पारस ने कहा कि शर्मा को यह भी बताना चाहिये कि जिस दिन उन्होंने स्वांग रचा था. उसी दिन पार्टी ने उन्हें निष्कासित करने का आदेश दिया था.
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