कौशांबी: उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में भी टिड्डी दल ने दस्तक दे दी है. आसमान में टिड्डियों के झुंड को देखकर किसान परेशान हो गए हैं. वहीं, टिड्डी दल के आने से अफसरों के हाथ-पांव फूल गए है. आनन फानन में अफसरों ने पुलिस के साथ मिलकर टिड्डी दल को भगाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं. पुलिस के जवान हूटर, सायरन और ढोल बजवाकर टिड्डियों के समूह को भगाते नजर आए. उधर, किसान भी खेतों की तरफ पहुंचकर थाली और अन्य तेज आवाजों के माध्यम से टिड्डियों को भगाते नजर आए.
टिड्डी दल के झुंड ने सब्जियों में करेला, बैगन, लौकी और धान की नर्सरी को नष्ट कर दिया है. जिला कृषि अधिकारी मनोज गौतम ने बताया कि टिड्डी दल चित्रकूट के रास्ते होकर कौशांबी तक पहुंचा है. टिड्डियों के आने की सूचना मिलते ही अधिकारी सक्रिय नजर आए और किसानों की मदद के लिए प्रयास में जुट गए. कौशांबी के अलावा टिड्डियों का दल प्रयागराज और वाराणसी में भी पहुंच चुका है.
बता दें कि कौशांबी में सुबह तकरीबन 8 बजे अचानक चित्रकूट की तरफ से टिड्डियों का दल आता हुआ दिखाई दिया. टिड्डियों का दल कौशांबी, करारी, पिपरकुंडी, चरवा, मूरतगंज, चायल, सैयद सरावां होते हुए गंगा के कछारी इलाकों समेत 50 से अधिक गांवों में दिखाई दिया. टिड्डी दल को देखते ही किसान परेशान हो गए और थाली, ढोल बजाकर उन्हें भागने में जुट गए.
डीएम मनीष कुमार वर्मा ने कृषि अधिकारी समेत अन्य अफसरों को टिड्डियों को भगाने के निर्देश दिए हैं. जिला कृषि अधिकारी मनोज गौतम और डीडीओ विजय कुमार अपनी टीम के साथ टिड्डियों को भगाने में जुट गए है. पुलिस की गाड़ियां सायरन बजाकर कस्बों से टिड्डियों को भागती नजर आईं. जिले के किसान परेशान हैं, उनका कहना है कि अगर खरीफ के मौसम में टिड्डियों ने दस्तक दी तो फसलों को बर्बाद होने से नहीं बचाया जा सकता है.
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