राजस्थान विधानसभा चुनाव: रामविलास पासवन की पार्टी एलजेपी ने बीजेपी से मांगी 15 सीटें
लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबन्धन (राजग) के घटक के रुप में लड़ना चाहती है. उसने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन में 15 सीटों पर दावेदारी की है.
जयपुर: लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबन्धन (राजग) के घटक के रुप में लड़ना चाहती है. उसने भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन में 15 सीटों पर दावेदारी की है. प्रदेश एलजेपी अध्यक्ष सूरज कुमार बुराहड़िया ने गुरूवार को कहा कि उनकी पार्टी राजग के घटक के रुप में बीजेपी के साथ गठबंधन में विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती है. एलजेपी पदाधिकारी हाल ही में बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष मदन सैनी से मिले थे और 15 सीटों पर पार्टी के प्रत्याशी उतारने की मांग की थी.
सूरज कुमार बुराहड़िया ने बताया कि 15 सीटों की पार्टी की मांग पर बीजेपी से अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है लेकिन सैनी ने केन्द्रीय नेतृत्व का हवाला देते हुए उन्हें आश्वस्त किया है. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के लिये पार्टी अलवर ग्रामीण, उदयपुरवाटी, झुंझुनूं, वैर, मालपुरा, निवाई, टोंक हिंडौन सहित प्रदेश की 15 सीटों पर फोकस कर रही है. इस संबंध में उन्होंने एलजेपी प्रमुख एवं केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान से बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से बातचीत करने का आग्रह किया है और संभवतया दीपावली से पहले कोई निर्णय हो जायेगा.
बुराहडिया ने कहा कि यदि बीजेपी के साथ सहमति नहीं बनती है तो एलजेपी राजस्थान में सभी 200 विधानसभा क्षेत्रों में स्वतंत्र रूप से अपने प्रत्याशी उतारेगी. आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर पार्टी ने पूरी तरह कमर कस ली है. उन्होंने बताया कि लोक जनशक्ति के सुप्रीमों व केन्द्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम को संसद में पुनः अध्यादेश के माध्यम से लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उसके सार्थक परिणाम चुनाव में देखने को मिलेंगे. दलित सेना के प्रदेशाध्यक्ष महेन्द्र कुमार ओझा ने कहा कि अनुसूचित जाति, जनजाति वर्ग के लोग हमेशा से ही चुनावों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे है.