आगरा: संयुक्त रैली में बोले अखिलेश- मायावती जी की आवाज को दबाने की कोशिश हो रही है
बीएसपी सुप्रीमो मायावती इस रैली में चुनाव आयोग के आदेश के कारण शामिल नहीं हो सकीं लेकिन उनके भतीजे आकाश ने रैली को संबोधित किया. रैली में अखिलेश यादव और अजीत सिंह भी शामिल हुए.
आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में गठबंधन की संयुक्त रैली हुई. इस रैली में अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जम कर निशाना साधा. बीएसपी सुप्रीमो मायावती इस रैली में चुनाव आयोग के आदेश के कारण शामिल नहीं हो सकीं लेकिन उनके भतीजे आकाश ने रैली को संबोधित किया. रैली में रालोद प्रमुख अजीत सिंह भी शामिल हुए.
बीएसपी नेता सतीश मिश्रा ने कहा कि बीजेपी का 5 साल का कार्यकाल विफल रहा है, सरकार ने जनता को भटकाने और धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम किया है.
मिश्रा ने कहा कि पुलवामा हमले में हमारे जवान शहीद हुए इसका मतलब हमारी इंटेलीजेंस फेल हुई है और इसकी जिम्मेदारी देश के मुखिया की है. वे शहीदों के नाम पर वोट मांग रहे हैं.
मिश्रा ने कहा कि बीजेपी, गठबंधन की रैलियों में भीड़ देख कर भयभीत हो गई है और चुनाव आयोग का सहारा ले रही है. सीएम योगी अली और बजरंग बली की बात करके लोगों को बांट रहे हैं इसलिए मायावती जी को ये बात एक सभा में बतानी पड़ी. हमें अली भी चाहिए और बजरंग बली भी चाहिए.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि पहले चरण में वोटों की बारिश देख कर बीजेपी घबरा गई है. मायावती जी की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है लेकिन जब मशीन बोलेगी तब लोगों के कान तक आवाज पहुंचेगी.
अखिलेश ने नोटबंदी और जीएसटी को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि नोटबंदी के आंकड़ों में भी चोरी कर रही है बीजेपी, जीएसटी के जाल में हमारा व्यापारी फंस गया.
उन्होंने कहा कि जब देश का युवा नौकरी मांगता है तब उसे पकौड़ा तलने को कहा जाता है. अब सभी लोग चुनाव की तारीखों का इंतजार कर रहे हैं. स्वच्छ भारत के नाम पर झाड़ू उठाई और ताजमहल को लिस्ट से हटा दिया गया.