बिहार: 5वें चरण में लोकसभा की पांच सीटों पर चुनाव, 2014 में एनडीए ने जीती थीं सभी सीटें
बिहार में पांचवे चरण में जिन पांच सीटों पर वोटिंग हो रही है वहां पिछले चुनाव में एनडीए से सभी सीटों पर जीत दर्ज की थी. 6 मई के तहत इन सभी सीटों पर वोटिंग होनी है.
Lok Sabha Election 2019: बिहार में लोकसभा चुनाव के पांचवे चरण के तहत छह मई को पांच सीटों पर वोटिंग होनी है. इसमें सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, सारण और हाजीपुर लोकसभा सीट शामिल हैं. साल 2014 के चुनाव नतीजों में इन सभी पांच सीटों पर एनडीए ने जीत दर्ज की थी. सीतामढ़ी से आरएलएसपी के रामकुमार शर्मा, मधुबनी से बीजेपी के हुकुमदेव नारायण यादव, मुजफ्फरपुर से बीजेपी के अजय निषाद, सारण से बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी और हाजीपुर से एलजेपी के रामविलास पासवान ने जीत दर्ज की थी.
पिछले चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी एनडीए का हिस्सा थी लेकिन अब वे महागठबंधन का हिस्सा हैं. वहीं नीतीश कुमार एनडीए के बाहर थे लेकिन इस बार वे एनडीए का हिस्सा हैं. महागठबंधन में सीट बंटवार के तहत सीतामढ़ी, सारण और हाजीपुर सीट आऱजेडी के खाते में गई है. आरजेडी ने सीतामढ़ी से अर्जुन राय, सारण से लालू यादव के समधी चंद्रिका रायय और हाजीपुर से शिवचंद्र राम को टिकट दिया है. मधुबनी और मुजफ्फपुर सीट वीआईपी के खाते में गई है. मधुबनी से बद्रीनाथ पूर्वे और मुजफ्फरपुर से डॉ. राजभूषण चौधरी निषाद मैदान में हैं.
वहीं एनडीए में सीट बंटवार के तहत मधुबनी, मुजफ्फरपुर और सारण सीट बीजेपी के खाते में गई है. मधुबनी से मौजूदा सांसद हुकुदेव नारायण यादव के बेटे अशोक यादव को बीजेपी ने उम्मीदवार बनाया है. वहीं मुजफ्फरपुर से मौजूदा सांसद अजय निषाद एक बार फिर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. इसके अलावा सारण से मौजूदा सांसद राजीव प्रताप रूडी चौका लगाने की जुगत में हैं. सीतामढ़ी सीट जेडीयू के खाते में गई है और पार्टी ने यहां से सुनील कुमार पिंटू को टिकट दिया है. जेडीयू ने डॉ वरुण कुमार को यहां से टिकट दिया था लेकिन बाद में उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया. इसके बाद सुनील कुमार पिंटू को जेडीयू ने टिकट दिया. हाजीपुर सीट एलजेपी के खाते में गई और रामविलास पासवान के भाई और बिहार सरकार में मंत्री पशुपति कुमार पारस मैदान में हैं.