Lok Sabha Election 2019: बिहार के महागठबंधन में सीटों का बंटवारा हो जाने के बाद से ही लालू परिवार में सब कुछ ठीक नहीं है. तेज प्रताप यादव खुले तौर पर सीटों के बंटवारे को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं. लालू परिवार के इसी झगड़े पर चुटकी लेते हुए बीजेपी ने आरजेडी में तेज प्रताप यादव के साथ नाइंसाफी होने का आरोप लगाया है.


तेज प्रताप की नाराजगी पर अब तक तेजस्वी यादव ने अब तक चुप्पी ही साध रखी है. पर बीजेपी ने इस झगड़े का फायदा उठाते हुए कहा है कि आरजेडी के नेताओं को तेजप्रताप का साथ देना चाहिए ताकि उन्हें न्याय मिल सके.


बीजेपी के प्रवक्ता निखिल कुमार ने कहा, ''लालू जी ने अपने परिवार में ही न्याय नहीं किया, सबसे पहले अपने बड़े बेटे को झुनझुना पकड़ा दिया और तेजस्वी यादव को पार्टी की कमान सौंप दी. यहां तक कि तेजप्रताप को लोगो ने पागल घोषित कर दियां उनके साथ संपत्ति में भी हकमारी की गई. आरजेडी के लोगों को चाहिए कि वो तेजप्रताप का समर्थन करें.''


बीजेपी नेता ने लालू पर सवाल उठाते हुए कहा, ''तेज प्रताप का आध्यत्मिक रुझान है और वो बांसुरी बजाते हैं, गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा करते हैं. वो कृष्ण भक्त हैं, तेज प्रताप के साथ उनके परिवार में अन्याय हो रहा है और ये बात आरजेडी के लोगों को समझनी चाहिए. अगर वो सामाजिक न्याय की बात करते हैं तो लालू जी के परिवार में जो उनके साथ अन्याय हो रहा है तो पहले उनका साथ दे और उसको न्याय दिलाने की बात करे फिर सामाजिक न्याय की बात करे.


बता दें कि तेज प्रताप यादव जहानाबाद, शिवहर सीट पर उतारे गए आरेजेडी के उम्मीदवारों से नाराज हैं. सारण लोकसभा सीट पर ससुर चंद्रिका राय को टिकट दिए जाने पर भी तेज प्रताप यादव नाराजगी जाहिर कर चुके हैं.


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