सहारनपुर: यूपी के सहारनपुर से प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज चुनाव प्रचार अभियान का आगाज़ करेंगे. वे पहले देवी शाकुंभरी के दर्शन करेंगे और फिर जनसभा को संबोधित करेंगे. 2016 में विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी मां शाकुंभरी के दर्शन किए थे. इसके बाद 2017 में जो हुआ वो वाकई किसी चमत्कार से कम नहीं था. क्या इस बार भी मां शाकुंभरी बीजेपी पर मेहरबान होंगी? क्या यूपी में बीजेपी का मिशन 74 पूरा होगा?


पश्चिमी उत्तर प्रदेश का सहारनपुर जिला दो वजहों से देश भर में अपनी अलग ही पहचान रखता है. देवी शाकुंभरी का मंदिर और देवबंद का मदरसा. पिछले दिनों हिंसा के कारण भी सहारनपुर चर्चा में रहा था लेकिन ये सहारनपुर की पहचान नहीं है. सहारनपुर तो अपनी गंगा-जमुनी तहजीब के कारण जाना जाता है.


शाकुंभरी देवी की कहानी


दुर्गम नामक दैत्य ने ब्रह्मा जी की तपस्या की और फिर सारे वेद दान में मांग लिए. उसे कोई देवता हरा नहीं सकता था. इसके कारण पृथ्वी पर सब ऊथल-पुथल हो गया. सभी देवताओं को उसने बंदी बना लिया. धरती पर बारिश नहीं हुई और खाने के लिए कुछ नहीं बचा.


धरती पर ब्राह्मण आदि भी भूख के कारण मांसाहार करने लगे. इसके बाद ऋषियों ने देवी की आराधना की. देवी के प्रकट होने पर ऋषियों ने उन्हें अपनी परेशानी बताई. इसके बाद मां ने शाकुंभरी रूप अपनाया और धरती को फिर से हरा-भरा बनाया. इसके बाद उन्होंने दैत्य का संहार किया.


मंदिर के महंत सहजानंद ने बताया कि उमा भारती, दिग्विजय सिंह, नितिन गडकरी, आदि नेता भी यहां आते रहे हैं. जो नेता सच्चे मन से आता है उसका स्वागत है.



गठबंधन के प्रचार अभियान की शुरूआत देवबंद से


देवबंद में दारूल ऊलूम है जो भारत का सबसे बड़ा इस्लामिक संस्थान है. देवबंद मुसलमानों का गढ़ है. एसपी-बीएसपी-आरएलडी गठबंधन इसी देवबंद से अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करने जा रहा है. तो क्या एक बार फिर से देवी मंदिर बनाम देवबंद के मुद्दे पर होगा चुनाव? क्या एक बार फिर शमशान बनाम कब्रिस्तान का मुद्दा उठाया जाएगा?


बीजेपी नेता और मुजफ्फरनगर से प्रत्याशी संजीव बालियान ने कहा कि देवबंद से कैसे लोगों के कनेक्शन निकलते हैं सबने देखा है. उन्होंने कहा कि हिन्दु धर्म में शुभ काम से पहले भगवान से आशीर्वाद लेते हैं और इसलिए योगी मंदिर जा रहे हैं. गठबंधन के लोग देवबंद से शुरुआत कर रहे हैं. पिछले दिनों वहां से कैसे लोग पकड़े गए हैं सभी ने देखा.


सहारनपुर की स्थिति


बीजेपी ने एक बार फिर यहां से राघव लखनपाल पर दांव लगाया है. कांग्रेस ने इमरान मसूद और गठबंधन ने हाजी फजलुर्रहमान को टिकट दिया है. इमरान मसूद, मोदी पर दिए अपने विवादित बयान के कारण चर्चा में रहे थे. सहारनपुर में 56 फीसदी हिन्दू और 42 फीसदी मुसलमान रहते हैं.


बीजेपी, गठबंधन और कांग्रेस के बीच यहां सीधा मुकाबला है. गठबंधन देवबंद से और बीजेपी शाकुंभरी मंदिर से अपने प्रचार अभियान की शुरूआत कर रहे हैं जिसका असर यूपी भर में, खास तौर पर पश्चिमी यूपी में देखा जाना तय है.