लोकसभा चुनाव: बिहार में RJD शून्य पर हो गई बोल्ड, जेडीयू की धमाकेदार वापसी
देश में 48 साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की अगुवाई में बीजेपी ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है. यह 1971 के बाद दूसरी बार होगा कि किसी पार्टी को लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत मिला है. यहां जानिए बिहार में जेडीयू और आरजेडी का इस चुनाव में प्रदर्शन.
पटना: देश में 48 साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की अगुवाई में बीजेपी ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है. यह 1971 के बाद दूसरी बार होगा कि किसी पार्टी को लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत मिला है. मतों की गिनती अभी जारी है और बीजेपी 302 सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है और एक पर आगे चल रही है. कांग्रेस की बात करें तो पार्टी को इस बार सिर्फ 52 सीटें मिली हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी खुद अमेठी से चुनाव हार गए हैं. हालांकि, वह केरल के वायनाड सीट से चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं. यहां जानिए बिहार में जेडीयू और आरजेडी का इस चुनाव में प्रदर्शन.
जेडीयू और आरजेडी का प्रदर्शन- बिहार में इस बार जेडीयू, बीजेपी और एलजेपी के बीच गठबंधन था. गठबंधन के तहत जेडीयू 17 सीटों पर चुनाव लड़ रही थी. चुनाव रिजल्ट जेडीयू के लिए काफी अच्छा साबित हुआ है और पार्टी 16 सीटें जीतने में कामयाब रही है. राज्य में जेडीयू सिर्फ एक सीट हारी है और वह है किशनगंज लोकसभा सीट. इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार मोहम्मद जावेद को जीत मिली है. आरजेडी की बात करें तो पार्टी इस बार अपना खाता भी नहीं खोल पाई और सभी सीटें हार गई. तेजस्वी यादव ने चुनाव के दौरान कड़ी मेहनत की लेकिन वह जनता का वोट लेने में कामयाब नहीं हो पाए.
जेडीयू और आरजेडी का 2014 में प्रदर्शन- 2014 के लोकसभा चुनाव में बिहार में जेडीयू, बीजेपी, आरजेडी ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था. उस चुनाव में जेडीयू सिर्फ दो सीटों पर सिमट गई थी और आरजेडी सिर्फ 4 सीटें जीतने में कामयाब हो पाई थी. उस चुनाव में बीजेपी को 22 सीटें मिली थी. अन्य दलों की बात करें तो एलजेपी को 6, आरएलएसपी को तीन, कांग्रेस को 2 और एनसीपी को एक सीट मिली थी.
लालू यादव की अनुपस्थिति का हुआ आरजेडी को नुकसान- बिहार में इस बार का लोकसभा चुनाव राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव की अनुपस्थिति में लड़ा. चुनाव प्रचार की पूरी कमान यहां लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव ने संभाली थी. बीच में तेजस्वी की अपने बड़े भाई तेज प्रताप यादव से अनबन की भी खबरें आई. पार्टी को इस चीज का भी नुकसान इस लोकसभा चुनाव में हुआ है. PM मोदी की ऐतिहासिक जीत पर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप, पुतिन समेत इन वैश्विक राजनेताओं ने दी बधाई नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ पार्टी आलाकमान से करुंगा बात: कैप्टन अमरिंदर शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले बारामती से जीती, पार्थ पवार को करना पड़ा हार का सामना