पाटलिपुत्र: मीसा भारती को पिता की कमी खली, लालू यादव की तस्वीर के साथ नामांकन करने पहुंचीं
साल 2014 के लोकसभा चुनाव में मीसा भारती को बीजेपी के रामकृपाल यादव ने इस सीट से हरा दिया था. इस बार एक बार फिर दोनों के बीच मुकाबला है. आज मीसा भारती के नामांकन के दौरान राबड़ी देवी और तेजप्रताप यादव मौजूद थे.
Lok Sabha Election 2019: लालू यादव की बेटी और आरजेडी की राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने आज पाटलिपुत्र सीट पर अपना नामांकन दाखिल किया. नामांकन के वक्त उनके साथ मां राबड़ी देवी और भाई तेजप्रताप यादव मौजूद थे. प्रचार में व्यस्त होने की वजह से तेजस्वी यादव इसमें शामिल नहीं हो पाए. जेल में बंद लालू यादव की तस्वीर के साथ वो नामांकन भरने के लिए निकलीं और उन्हें पिता की कमी खली. उन्होंने कहा कि यह पहला मौका है जब हमारे पिता हमारे साथ नहीं हैं लेकिन लालू यादव व्यक्ति नहीं एक विचार हैं. बिहार में महागठबंधन की लहर चल रही है.
पिछली बार मीसा भारती को बीजेपी के रामकृपाल यादव के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. एक बार फिर दोनों नेताओं के बीच लड़ाई है. इस सीट पर आखिरी और सांतवे चरण के तहत वोटिंग होनी है और नतीजे 23 मई को आएंगे. उन्होंने कहा कि पाटलिपुत्र उनका क्षेत्र रहा है. किन लोगों से बात करनी है और नहीं करनी है ये सारा मैनेजमेंट उनके पिता देखते थे.
नामांकन की कुछ तस्वीरें। pic.twitter.com/xb2InMnYcj
— Dr. Misa Bharti (@MisaBharti) April 25, 2019
एनडीए की सरकार पर निशाना साधते हुए मीसा भारती ने कहा कि इस सरकार ने झूठे वादे किए. किसानों, महिलाओं और रिटायर्ड सैनिकों को छला है. पिछले पांच सालों में उन्होंने कुछ नहीं किया. महिलाएं उनको ढूंढ़ रही हैं. देश के नौजवान रोजगार के लिए भटक रहे हैं. दो करोड़ नौकरी का वादा किया गया था. महिलाएं अपनी शिक्षा और सुरक्षा को लेकर सवाल कर रही हैं. यह लड़ाई पाटलिपुत्र की जनता की लड़ाई है. हमें पाकिस्तान और मंदिर की बात नहीं करनी चाहिए. उन्होंने सवाल किया कि हर नौजवान के हाथों में रोजगार हो, यह राष्ट्रवाद नहीं है क्या? गरीब की थाली में खाना मिले, यह राष्ट्रवाद नहीं है क्या?
2014 के नतीजे
पाटलिपुत्र लोकसभा सीट पर 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के रामकृपाल यादव ने 3 लाख 83 हजार 262 वोट हासिल किये थे और 40 हजार 322 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी. दूसरे स्थान पर मीशा भारती रही थीं. मीसा भारती को 3 लाख 42 हजार 940 वोट हासिल किये थे. जनता दल (यूनाइटेड) के रंजन प्रसाद यादव 97 हजार 228 वोट पाकर तीसरे तो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के रामेश्वर प्रसाद 51 हजार 623 वोट पाकर चौथें स्थान पर रहे थे.