भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रदेश की जिला कांग्रेस कमेटियों के अध्यक्षों और पार्टी के लोकसभा प्रत्याशियों को पत्र लिखकर उनसे जानकारी मांगी है और कहा है कि जिन सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों ने चुनाव में निष्पक्षता नहीं रखी है, वे उनकी सूची मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी को दें. बीजेपी ने इसे आचार संहिता का खुला उल्लंघन बताया है. यह पत्र कमलनाथ ने मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के नाते लिखा है.


कमलनाथ ने मंगलवार को मध्य प्रदेश के जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्षों और पार्टी के लोकसभा प्रत्याशियों को लिखे अपने पत्र में कहा है, ''चुनाव आयोग के निर्देश हैं कि चुनाव निष्पक्ष हों. आप सूचित करें कि जिन अधिकारियों और कर्मचारियों ने चुनाव में निष्पक्षता नहीं रखी और लापरवाही बरती है, उनके नाम, पद और विभाग की जानकारी प्रमाण सहित मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी, भोपाल को प्रेषित करें.''


इस पत्र पर आपत्ति करते हुए मध्य प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने कहा, ''यह आचार संहिता का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन है. स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराना चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है. लेकिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री अधिकारियों पर अपनी पार्टी (कांग्रेस) के पक्ष में काम करने के लिए दबाव बनाने की कोशिश रहे हैं. आश्चर्य की बात है कि वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं से ऐसा ब्योरा मांग रहे हैं.'' उन्होंने कहा कि बीजेपी इसके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत करेगी.


उधर, प्रदेश कांग्रेस समिति के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने कहा, ''इस पत्र में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है. बीजेपी बेवजह विवाद पैदा कर रही है. इस पत्र में किसी को भी धमकाया नहीं जा रहा है. केवल उन अधिकारियों और कर्मचारियों के बारे में जानकारी मांगी गई है, जो स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव नहीं करवा रहे हैं और किसी एक विचारधारा का समर्थन कर रहे हैं.''


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