लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद में सोमवार को एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए भारतीय सेना को 'मोदी की सेना' बताया. इस पर संज्ञान लेते हुए निर्वाचन आयोग ने रिपोर्ट मांगी है. प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एल. वेंकेटेश्वरलू ने बताया कि इस मामले में गाजियाबाद के जिलाधिकारी से रिपोर्ट मांगी गई है. जांच में अगर आदर्श आचार संहिता का उलंघन पाया जाएगा तो कार्रवाई की जाएगी.
इस मामले पर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता मुकेश चौहान ने कहा कि योगी का बयान सीधा-सीधा आचार संहिता उल्लंघन का मामला है. इस पर चुनाव आयोग को योगी के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को हार के डर से अब सेना का सहारा लेना पड़ रहा है. बीजेपी के पास अपनी उपलब्धि बताने के लिए कुछ नहीं है. इसीलिए मुख्यमंत्री योगी को सेना का सहारा लेकर चुनाव प्रचार करना पड़ रहा है.
चौहान ने कहा कि बीजेपी के पास 5 सालों में कोई काम तो किया नहीं, इसलिए हर प्रचार में सेना की उपलब्धि को अपनी उपलब्धि बताकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है.
योगी आदित्यनाथ ने गाजियाबाद की रैली में कहा, "कांग्रेस के लोग आतंकवादियों को बिरयानी खिलाते थे और मोदीजी की सेना उन्हें सिर्फ गोली और गोला देती है. यह अंतर है. कांग्रेस के लोग मसूद अजहर जैसे आतंकियों के लिए जी का इस्तेमाल करते हैं, मगर प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में बीजेपी सरकार आतंकियों के कैंप पर हमले कर उनका कमर तोड़ती है."
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