लोकसभा चुनाव 2019: अल्पसंख्यकों को जोड़ने की तैयारी में बीजेपी, जोर शोर से चल रही है तैयारी
बीजेपी मुस्लिम समाज को जोड़ने के लिए सम्मेलन और क्षेत्रीय स्तर की बैठकों का आयोजन करेगी. तीन तलाक के लिए अलग से एक और कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है. इसमें पीड़ित महिलाओं को बुलाया जाएगा. उनके माध्यम से एक संवाद का कार्यक्रम रखा जाना है.
लखनऊ: लोकसभा चुनाव को देखते हुए राजनीतिक पार्टियों ने अपी पूरी ताकत झोंक दी है. इसी कड़ी में अब बीजेपी 2019 लोकसभा चुनाव में मुस्लिम समाज को जोड़ने की तेजी से तैयारी कर रही है. इसके लिए सम्मेलन और क्षेत्रीय स्तर की बैठकों के माध्यम से खाका तैयार किया जा रहा है. मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष हैदर अब्बास चांद ने बताया, "हमने सभी जिलों में कार्यकारिणी का गठन कर लिया है. अब इसे मंडलवार बनाने जा रहे हैं. इसकी तैयारियां हो रही हैं."
उन्होंने बताया, "क्षेत्रवार बैठकों का आयोजन किया जाएगा, जिसके प्रभारी घोषित कर दिए गए हैं. पश्चिम क्षेत्र की बैठक सात जनवरी को कानपुर में, नौ जनवरी को बुंदेलखंड क्षेत्र में होगी. 13 जनवरी को काशी क्षेत्र की बैठक, 13-14 जनवरी को बृज क्षेत्र की बैठक संपन्न होगी."
चांद ने बताया, "जितने क्षेत्रवार सम्मेलन आयोजित होंगे, उसमें तीन तलाक का मुद्दा जोर-शोर से उठाया जाएगा. केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा अल्पसंख्यक समाज के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी अवगत कराने जा रहे हैं. 20 हजार मुस्लिम बूथों पर दो कार्यकर्ता सिपाही के तौर पर तैनात किए जाएंगे."
उन्होंने कहा, "बुद्धिजीवी सम्मेलन, महिला सम्मेलन लगभग हर क्षेत्र में होंगे. इसके साथ ही महानगरों में बड़े सम्मेलन आयोजित करने की योजना है. इसमें पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के नेता जैसे मुख्तार अब्बास नकवी, शहनवाज हुसैन, सब्बीर अली, एम.जे. अकबर शिरकत करने वाले हैं."
चांद ने कहा कि क्षेत्रीय बैठकों के लिए मोर्चे के प्रदेश महामंत्रियों और उपाध्यक्षों को क्षेत्रीय प्रभारी नियुक्त किया है.
उन्होंने बताया, "तीन तलाक के लिए अलग से एक और कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है. इसमें पीड़ित महिलाओं को बुलाया जाएगा. उनके माध्यम से एक संवाद का कार्यक्रम रखा जाना है. अभी फिलहाल उसकी तिथि निश्चित नहीं हो पाई है. लेकिन यह बड़ा कार्यक्रम होगा. फिलहाल हमने पूरे प्रदेश की पीड़ित महिलाओं की सूची बना ली है."