लखनऊ: आने वाले लोकसभा चुनावों को लेकर सियासी पारा चढ़ा हुआ है. पार्टियों ने एड़ी से चोटी का जोर लगा दिया है. चुनावों में किसी नैया पार लगेगी ये तो आने वाला समय ही बता पाएगा. हालांकि चुनाव से 100 दिन पहले ABP न्यूज़- सी वोटर ने जनता का मूड जानने की कोशिश की है. सर्वे में सबकुछ गठबंधन पर निर्भर होता दिख रहा है. यानि अगर समाजवादी पार्टी (एसपी) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) का गठबंधन सूबे में बनता है तो एनडीए दिल्ली की गद्दी पर पूर्ण बहुमत के साथ काबिज नहीं हो पाएगी. अगर दोनों पार्टियां अकेले चुनाव लड़ती है तो नतीजा अलग हो सकता है.
यूपी में अगर मायावती और अखिलेश यादव साथ आते हैं तो एनडीए राष्ट्रीय स्तर पर भी पिछड़ता दिख रहा है. पिछली बार यूपी में 73 सीट जीतने वाली एनडीए को बड़ा नुकसान होगा. सर्वे के मुताबिक यूपी में एसपी बीएसपी के साथ लड़ने पर 80 सीटों में से सिर्फ 28 सीट ही एनडीए जीत पाएगी. वहीं महागठबंधन 50 सीट जीतने में कामयाब रहेगा. जबकि कांग्रेस पिछली बार की तरह 2 सीट पर सिमट जाएगी.
उत्तर प्रदेश में कौन जीतेगा?
भारतीय राजनीति को लेकर एक बात ये कही जाती है कि दिल्ली की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर गुजरता है और ये बड़ी हकीकत भी है. लोकसभा सीटों के लिहाज से देश की सबसे बड़ी रियासत में जिस पार्टी का झंडा बुलंद होता है, उसकी गूंज दिल्ली में तक सुनी जाती है. ABP न्यूज़ और C-वोटर ने उत्तर प्रदेश का मूड जानने की कोशिश की है, जिसके नतीजे पीएम नरेंद्र मोदी के लिए अच्छे और बुरे दोनों हैं.
यूपी में महागठबंधन नहीं बना तो?
कुल 80 सीट
एनडीए- 72
एसपी- 4
बीएसपी- 2
कांग्रेस- 2
देश की सबसे बड़ी रियासत में जनता का मूड गठबंधन और बिना गठबंधन को लेकर अलग-अलग है. अगर सूबे में महागठबंधन होता है यानि अखिलेश और मायावती साथ आते हैं तो नतीजे कुछ होंगे और बुआ-बबुआ साथ नहीं आए तो नतीजे कुछ और होंगे. एक स्थिति एनडीए के लिए राहत भरी है तो दूसरी स्थिति महागठबंधन को राहत देने वाली है.
यूपी में महागठबंधन बना तो?
कुल सीट- 80
एनडीए- 28
महागठबंधन- 50
कांग्रेस- 2
बता दें कि साल 2014 के लोकसभा चुनाव में यूपी में जमकर मोदी लहर चली थी. 2014 में बीजेपी नीत एनडीए को 80 में से 73 सीटें मिली थी. समाजवादी पार्टी को पांच और कांग्रेस को दो सीटें मिली थी. वहीं मायावती की पार्टी बीएसपी का यूपी में सूपड़ा साफ हो गया था.