वाराणसी: नामांकन से पहले पीएम नरेंद्र मोदी वाराणसी में कल रोड शो करेंगे. बीएचयू से लेकर दशाश्वमेघ घाट तक वे लोगों से मिलेंगे. रोड शो के बाद शाम में वे गंगा आरती करेंगे. अगले दिन नामांकन करने से पहले वे कालभैरव मंदिर जायेंगे और बाबा विश्वनाथ के दर्शन करेंगे. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह खुद इंतज़ाम में जुटे हैं. बीजेपी नेताओं की टीम ने शहर में डेरा डाल दिया है. गंगा मैया का आशीर्वाद, वाराणसी की जनता का प्यार और यही शक्ति देते मुझे अपार. पीएम नरेंद्र मोदी के रोड शो का यही थीम है.


बीएचयू से ही रोड शो शुरू होगा. तो तैयारियां भी उसी हिसाब से है. बीजेपी के कार्यकर्ता जुटे हैं ताकि रोड शो भव्य हो, देश भर में इसकी चर्चा हो, बस यही एक लक्ष्य है पार्टी के कार्यकर्ताओं का. बीएचयू चौराहे पर लगे पंडित मदन मोहन मालवीय की मूर्ति के पास साफ़ सफ़ाई और सजावट हो रही है. पिछले विधानसभा चुनाव में पीएम मोदी ने यहीं से रोड शो शुरू किया था रास्ते में जगह जगह मोदी के स्वागत की भी तैयारी है, वो भी अनूठे तरीक़े से. वाराणसी में रहने वाले अलग अलग राज्यों के लोग पारंपरिक तरीक़े से मोदी का अभिवादन करेंगे. तैयारी कुछ ऐसी कि वाराणसी में ही देश समा गया हो. रोड शो के संयोजक और बीजेपी नेता राजेश त्रिवेदी कहते हैं केरल से लेकर गुजरात समाज के लोगों को मोदी जी का स्वागत करना है. हमने इसके लिये सात जगहों पर तैयारी की है.


पहलवान लस्सी वाले तक भी जाएगा काफिला


बीएचयू से निकल कर पीएम नरेंद्र मोदी का क़ाफ़िला पहलवान लस्सी वाले तक पहुँचेगा. ये बनारस की मशहूर लस्सी की दुकान है. यहाँ दिन भर लस्सी बनती रहती है. वैसे भी बनारस तो लस्सी के लिए ही मशहूर है. पहलवान रहे इस दुकान के मालिक ब्रजेश यादव कहते हैं असली पहलवान तो मोदी ही हैं. ये पूछने पर कि अगर प्रियंका गांधी यहाँ से चुनाव लड़ने आ गईं तो क्या होगा ? वे कहते हैं कि राजनीति के अखाड़े में इस बार मोदी को कोई नहीं हरा पायेगा.



पीएम नरेंद्र मोदी का रोड शो अस्सी मोड़, मुमुक्षु भवन, आनंदमयी अस्पताल, शिवाला तिराहा, सोनारपुरा, जगमबाडी होते हुए गोदौलिया पहुँचेगा. सड़क के दोनों किनारों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है जिससे कोई सड़क के बीच में न आ पाए. शहर में हर तरफ़ मोदी स्वागतम के बोर्ड लग गए हैं. आख़िर ये पीएम का अपना संसदीय क्षेत्र जो है.


रोड शो का आखिरी पड़ाव- काशी विश्वनाथ मंदिर


रोड शो के दौरान गुलाब की पंखुड़ियों की बारिश होती रहेगी. सात किलोमीटर के रोड शो का आख़िरी पड़ाव काशी विश्वनाथ मंदिर का द्वार है. यहाँ भी तैयारियां आख़िरी दौर में हैं. दशाश्वमेघ घाट पर रंग रोगन का काम चल रहा है. रोड शो के दौरान किसी पेड़ से पीएम की गाड़ी न उलझ जाए. इसके लिए टहनियां काटी जा रही हैं. जिधर से पीएम का क़ाफ़िला गुज़रेगा, उन इलाक़ों में दुकानें कुछ देर के लिए बंद रखने को कहा गया है.


वाराणसी में अस्सी घाट को दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है. पिछले पाँच सालों में बहुत कुछ बदल गया है. हिंदुस्तान की सियासत में और ख़ुद मोदी के जीवन में. पिछली बार यानी 2014 में वे गंगा आरती में आए थे. लेकिन लोकसभा चुनाव जीतने के बाद. मोदी की अगुवाई में बीजेपी के पहली बार अपने बलबूते बहुमत मिला था. मोदी देखते ही देखते ब्रांड बन गए थे. इस बार वे नामांकन से पहले ही गंगा मैया की शरण में पहुँच रहे हैं.


बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह खुद वाराणसी में


वाराणसी के कई घाटों पर सुबह और शाम आरती की परंपरा रही है. वैसे भी बनारस की सुबह तो दुनिया भर में मशहूर है. इसीलिए तो कहते हैं सुबह ए बनारस. रोड शो में पाँच लाख लोगों को बुलाने की तैयारी है. वाराणसी के बग़ल के जिलों से भी लोगों को बुलाया गया है. कहीं कोई कसर न रह जाए इसके लिए बीजेपी नेताओं की टीम ने शहर में डेरा डाल दिया है. पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ख़ुद वाराणसी में जमे हुए हैं.


यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से लेकर केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी रोड शो में पीएम मोदी के साथ रहेंगे. गंगा आरती के बाद मोदी शहर के प्रतिष्ठित लोगों के साथ भोजन करेंगे. चुनाव का वक़्त है. सुख दुख तो जानना ही पड़ता है. मोदी कुछ अपनी सुनायेंगे और फिर लोगों की सुनेंगे. इसके लिए वाराणसी के क़रीब तीन सौ लोगों को डिनर के लिए निमंत्रण भेजा गया है. रोड शो के बाद अगले दिन यानी 26 अप्रैल को पीएम नरेंद्र मोदी नामांकन करेंगे. इस मौक़े पर मंत्रिमंडल के उनके कई सहयोगी भी साथ रहेंगे. बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी मोदी के संग रहेंगे. नामांकन से पहले वे काल भैरव और काशी विश्वनाथ मंदिर जाकर पूजा अर्चना करेंगे.