कानपुर: बहुजन समाज पार्टी ने आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले चुनावी रणनीति में फेरबदल किया है. अब बीएसपी सामाजिक भाईचारे से वोटरों को लुभाने की कोशिश करने जा रही है. बहुजन समाज पार्टी ने सामाजिक भाई चारा प्रकोष्ठ बनाने का फैसला किया है. जिसके जरिए समाज के सभी वर्ग,धर्म, जाति तक बीएसपी अपनी जमीन तैयार करेगी. इन सभी प्रकोष्ठ पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती खुद नजर रखेंगी.


बीएसपी ने भाई चारा प्रकोष्ठ की जिम्मेदारी प्रदेश अध्यक्ष आरएस कुशवाहा को सौंपी है. दिसंबर तक प्रदेश भर में भाई चारा प्रकोष्ठ का गठन होना तय किया गया है. जानकारी के मुताबिक 5 राज्यों के चुनाव समाप्त होने के बाद बीएसपी सुप्रीमो लोकसभा के चुनावी मैदान में पूरी तरह उतर जाएंगी. दिसंबर महीने चुनावी रणनीति तय कर इसे जमीनी स्तर पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा .

कानपुर लखनऊ मुख्य जोन इंचार्ज नौशाद अली समीक्षा बैठक में साफ़ निर्देश दे चुके हैं कि मंडल के सभी विधानसभा प्रभारियों को 500 नए कार्यकर्ता बनाने हैं. जिनमें से जिम्मेदार लोगों को भाईचारा प्रकोष्ठ की जिम्मेदरी दी जाएगी. बता दें कि इससे पहले बीएसपी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का गठन कर चुकी है.


उन्होंने कहा था कि बीएसपी द्वारा बनाये जाने वाले भाई चारा प्रकोष्ठ का उद्देश्य समाज के बीच जाकर पार्टियों की निति-रणनीतियों को जनता तक पहुंचाना है. इसके साथ ही जनता के बीच आपसी प्रेम सौहार्द का माहौल तैयार करना है. प्रभारियों पर जनता के बीच पनप रहे डर भय जैसे माहौल को जनता के दिलों से बाहर निकालने की जिम्मेदारी भी होगी.