यूपी: क्या महागठबंधन टूटेगा? जयंत-सिंधिया की मुलाकात से कांग्रेस-आरएलडी में गठबंधन के आसार
एबीपी न्यूज से एक्सक्लूसिव बातचीत में जयंत चौधरी ने कहा, '' हां हमारी मुलाकात हुई है. मुलाकातें तो होती रहती हैं. सपा-बसपा गठबंधन से भी हमारी बात चल रही है. गठबंधन में रहने या कांग्रेस के साथ जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इस बारे में कुछ नहीं कह सकते. गठबंधन में सीटों को लेकर बात जारी है.
लखनऊ/नई दिल्ली: अगले लोकसभा चुनावों के लिए पार्टियां लगातार नए दांव आजमा रही है. ऐसे में एक बड़ी खबर सामने आई है कि प्रियंका गांधी की सलाह पर वेस्टर्न यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आरएलडी नेता जयंत चौधरी से 2 बार मुलाक़ात की है. कांग्रेस ने जयंत को यूपी में 10 और राजस्थान में 1 सीट देने का दिया भरोसा दिया है. इन मुलाकातों के बाद ये चर्चा जोरों पर है कि क्या यूपी में महागठबंधन में टूट पड़ पाएगी.
एबीपी न्यूज से एक्सक्लूसिव बातचीत में जयंत चौधरी ने कहा, '' हां हमारी मुलाकात हुई है. मुलाकातें तो होती रहती हैं. सपा-बसपा गठबंधन से भी हमारी बात चल रही है. गठबंधन में रहने या कांग्रेस के साथ जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी इस बारे में कुछ नहीं कह सकते. गठबंधन में सीटों को लेकर बात जारी है.
बता दें कि इससे पहले आरएलडी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने कहा था, "गठबंधन की सीटें तय हो गई हैं. हमारी अभी वार्ता चल रही है. सीट का कोई मुददा नहीं है, सीटें निकल आएंगी. हमारा मुख्य उददेश्य बीजेपी को हराना है जिसके लिए सबको साथ आना है. समर्पण भी है, त्याग भी है. मगर सम्मानजनक होना चाहिए."
कांग्रेस ने यूपी में लोकसभा चुनाव के लिए महान दल से गठबंधन किया है. महान दल से गठबंधन के बाद प्रियंका ने कहा कि मैं केशव देव मौर्य का स्वागत करती हूं. इस दौरान उनके साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे.
हाल ही में राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी को पार्टी महासचिव बनाने के साथ साथ पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाया है और ज्योतिरादित्य सिंधिया को भी पार्टी महासचिव बनाने के साथ पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभारी नियुक्त किया है. बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के संसदीय क्षेत्रों या सीटों को पूर्वी और पश्चिमी दो भागों में बांटकर उनकी जिम्मेदारी प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया को सौंपी है. इसके तहत प्रियंका गांधी को 41 संसदीय क्षेत्र और ज्योतिरादित्य सिंधिया को 39 संसदीय क्षेत्र मिले हैं.