मेरठ: विदेशी हसीनाओं से देसी छोरों की प्रेम-कहानियों से इन्स्पायर्ड मेरठ के एक नौजवान ने भी फेसबुक पर लंदन की गोरी मेम से दोस्ती की. बात फेसबुक से व्हाट्सअप तक आई. गोरी मेम की हकीकत से अंजान नौजवान इसे प्रेम समझ बैठा और गोरी मेम की हनीट्रैप में फंसकर ठगा गया. विदेशी करेंसी देने के बहाने गोरी मेम ने युवक से 5 लाख रूपये ऐंठ लिये है. प्रेम में छला गया युवक अब न्याय के लिए पुलिस की चौखट पर है.

ऐसे हुई गोरी मेम से देहाती छोकरे की दोस्ती

मेरठ के हस्तिनापुर का रोहित मवाना कस्बे में एक नर्सिग होम का मुलाजिम है. फेसबुक चलाने के शौकीन रोहित को दो जुलाई 2018 को लंदन की जूलिया मॉर्गन की फ्रेंड रिक्वेस्ट फेसबुक पर मिली. बड़ी-बड़ी आंखों वाली हसीना जूलिया की तस्वीरें देखकर रोहित उस पर लट्टू हो गया और उसने दोस्ती का ऑफर स्वीकार कर लिया.



फिर क्या था..जूलिया और रोहित के बीच बातचीत होने लगी. कुछ ही दिन में जूलिया ने अपना व्हाट्सअप नंबर भी रोहित को दे दिया और अब व्हाट्सअप के जरिये लंबी चैट होने लगी. जूलिया ने रोहित से मिलने का कार्यक्रम बनाया तो रोहित की खुशी का ठिकाना नही था. रोहित सोच रहा था कि जूलिया उसकी पर्सनालिटी से प्रभावित है और उससे प्रेम करती है. मगर फेसबुक पर रोहित से दोस्ती गांठने वाली जूलिया का मकसद कुछ और था.

प्रेम और लालच के हनीट्रैप में फंसता गया रोहित

4 जुलाई 2018 को जूलिया ने रोहित से कहा कि उसकी कंपनी की कुछ रकम उसने रोहित को पार्सल के जरिये भेजी है. जब वह भारत आयेगी तो खर्च के लिए उसे पैसे की जरूरत होगी इसलिए फिलहाल रोहित उस रकम को लेकर बैंक में जमा कर दे. इसके लिए वह रोहित को कुछ कमीशन भी देगी.

रोहित को प्रेमकहानी सच्ची सी लगी और उसने जूलिया के निर्देशों पर काम शुरू कर दिया. लंदन से भेजे गये पार्सल का ट्रैकिंग नंबर और डिटेल भी जूलिया ने रोहित को दी. छह जुलाई को रोहित को एक फोन पर बताया गया कि पार्सल आ गया है उसका ड्यूटी टैक्स 28 हजार रूपये अदा करना है. रोहित ने बताये गये खाता नंबर में यह रकम भेज दी.



दो दिन बाद राहुल के पास फिर से एक फोन आया और कहा गया कि पार्सल में विदेशी करेंसी थी जो कस्टम विभाग ने अपने कब्जे में ले ली है इसे रिलीज कराने के लिए ढाई लाख रूपये का टैक्स अदा करना होगा. रोहित ने इस रकम का भी भुगतान कर दिया.

इसके बाद ब्रिटिश दूतावास का अधिकारी बताते हुए उसके पास एक फोन कॉल आई जिसमें कॉलर ने लंबी पूछताछ के बाद उससे करीब ढाई लाख रूपये की रकम बैंक खाते को सरकारी बताते हुए डलवाई. बाबजूद इसके रोहित को वह पार्सल रिसीव नही हुआ जिसमें विदेशी करेंसी थी. जिन नंबरों से कॉल आये वह सभी अब बंद जा रहे है.

सवा 5 लाख गंवाने के बाद पता चला कि ठगी हुई है

दूसरी बार ढाई लाख रूपये की कस्टम ड्यूटी अदा करने के लिए आई कॉल में रोहित को बताया गया था कि पार्सल में 40 लाख रूपये की विदेशी करेंसी है. रोहित जो रकम बार-बार अदा कर रहा था उसकी वसूली को लेकर उसे कोई शक नहीं था. उसने सोचा जब 40 लाख रूपये उसकी के पास आने है तो भला टैक्स बगैरह देने में क्या हर्ज है.



रोहित को इस रकम की मूल के साथ कमीशन के नाम पर जूलिया से अच्छी-खासी रकम भी मिलनी थी. साथ ही जूलिया से अपने इश्क की खातिर वह मुंह बंद रखकर बार-बार पैसे देता रहा. पैसे देने के 20 दिन से ज्यादा बीतने के बाद न तो पार्सल आया और न ही जूलिया से उसकी बात हो सकी. ऐसे में उसे लगा कि वह बुरी तरह ठग लिया गया है.

पुलिस से बोला रोहित- मेरी रकम दिलाओ साहब!

रोहित मेरठ पुलिस के पास पहुंचा और उसने जूलिया के खिलाफ लिखित में शिकायत दी है. रोहित ने शिकायती पत्र में उन नंबरों का भी जिक्र किया है जिनके जरिये उससे अलग-अलग खातों में पैसे जमा करवाये गये थे. प्रथमदृष्टया पुलिस का मानना है कि मामला ऑनलाइन ठगी का है. ऐसे गैंग व्हाट्सअप, फेसबुक, ओएलएक्स और इन्सटाग्राम पर भी काम कर रहे है. सीधे व्हाट्सअपर पर भी इंटरनेट के जरिये विदेशी नंबरों से इस तरह ठगी की जा रही है. एएसपी सतपाल अंतिल ने बताया कि जिले की साइबर सेल को केस सौंपा गया है जल्द ही जूलिया तक पहुंचने की कोशिश की जायेगी.