भोपालः एक तरफ देश भर में राम मंदिर निर्माण को लेकर माहौल गरमाया हुआ है तो वहीं एक अन्य मामले में जज ने राम और लक्ष्मण की मूर्ति को कोर्ट में पेश करने का आदेश जारी कर दिया. यह मामला मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले का है. दरअसल साल 2016 में राम-लक्ष्मण की मूर्ती और चरण चौकी जिले के एक मंदिर से चोरी हो गई थी. जिसके बाद पुलिस में मामला दर्ज किया था. चोरी के बाद पुलिस ने इन मूर्तियों को बरामद कर लिया. बरामदगी के बाद इनकी कोर्ट में पेशी हुई है.


कोर्ट में पेशी के बाद मूर्तियों को पुजारी बसंत लाल पाठक को दे द‍िया गया. मूर्ति लिए जाने के बाद पुजारी और गांववालों ने भगवान राम और लक्ष्मण की मूर्तियों को मंदिर में फिर से विराजमान कर दिया.


राम और लक्ष्मण की ओर से कोर्ट के समक्ष वकील देवराज निगम ने पेश हुए थे. वकील देवराज निगम द्वारा जानकारी देते हुए बताया गया कि लवकुशनगर अनुविभाग में थाना गौरिहार के गांव घटरा में स्थित राम जानकी मंदिर से मुर्ति साल 2016 में चोरी हुई थी. चोरों ने विराजमान भगवान राम एवं लक्ष्मण की मूर्तियां एवं चरण चौकी चुरा ली थीं.


पेशी के बाद कोर्ट ने मूर्तियों को पुजारी को सौंप दिया. मूर्तियां के मिलने के बाद गांव के लोगों ने ढोल नगाड़ों के साथ मंदिर में फिर से उसे स्थापित कर दिया.


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