मेरठ: सर्राफा कारोबारी का विश्वासपात्र ड्राइवर आठ दिन पहले दिल्ली से लाखों का माल, कैश और कार लेकर फरार हो गया. कारोबारी ने मेरठ पुलिस को अपनी व्यथा सुनाई तो पुलिस ने केस दर्ज करके कानपुर से माल की बरामदगी की है और आरोपी ड्राइवर के साले को गिरफ्तार किया है.


43 किलो चांदी, 19 लाख कैश और कार लेकर ड्राइवर हुआ फरार

मेरठ के सर्राफा कारोबारी संजय गोयल 26 जुलाई 2018 को चांदनी चौक दिल्ली में थोक सर्राफा बाजार कूंचा महाजनी में खरीदारी करने गये थे. उनके साथ उनकी कार का ड्राइवर सुनील कुमार भी था. संजय ने बाजार से करीब 43 किलो चांदी के जेवरात और मूर्तियां खरीदी और सभी सामान को कार में रखवा दिया.

कार में रखे एक बैग में संजय ने 19 लाख रूपये की रकम भी रखी हुई थी. कार को पार्किंग में खड़ा करने के लिए संजय ने सुनील से कहा और फिर से कूंचा महाजनी बाजार में चले गये. एक घंटे बाद जब उन्होने ड्राइवर सुनील को फोन किया तो उसका फोन बंद आया.



संजय शाम तक इंतजार करते रहे लेकिन न तो सुनील का फोन नंबर खुला और न ही सुनील लौटकर वापस आया. संजय समझ गये कि उनके ड्राइवर ने माल और रकम के लालच में उनके साथ धोखा कर दिया है.

मददगार बनी मेरठ पुलिस

संजय ने सुनील की खोज के लिए उन्होने उसकी रिश्तेदारियों में तलाश शुरू की. मगर कोई नतीजा नही निकला. संजय ने मेरठ के पुलिस अफसरों को अपने साथ हुई वारदात कह सुनाई और उनसे माल की बरामदगी के लिए मदद मांगी. अफसरों के आदेश पर मेरठ के देहली गेट थाने में संजय की तहरीर पर 1 अगस्त 2018 को केस दर्ज कर लिया गया और थाना प्रभारी विजय गुप्ता ने मामले में कार्रवाई शुरू कर दी.

मोबाइल सर्विलांस के जरिये मिली धोखेबाज सुनील की लोकेशन

24 घंटे सर्विलांस खंगालने के बाद सुनील की लोकेशन कानपुर में मिली. पुलिस को यह बताया गया था कि कानपुर में सुनील का ससुराल है. थाना प्रभारी विजय गुप्ता के नेतृत्व में पुलिस टीम ने कानपुर देहात के हाथीपुर गांव में छापा मारा तो गायब किया गया चांदी का सारा सामान और उड़ाई गई कार सुनील की ससुराल से बरामद हो गयी.

साथ ही बरामद हुए 19 लाख रूपये कैश में कुछ रूपये कम मिले है. पुलिस ने सुनील के साले राहुल को कार और माल के साथ गिरफ्तार किया है. मगर सुनील अभी तक फरार है. मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस सुनील का पीछा कर रही है.

10 साल पुराना यकीन पल भर में चकनाचूर

संजय गोयल ने पुलिस को बताया कि सुनील उनके पास 10 साल से ड्राइवर के रूप में काम कर रहा है. उसकी विश्वसनीयता को लेकर उन्हें किसी तरह का शक-शुबहा नहीं था. वह सैंकड़ो बार लाखों रूपये लेकर उसके साथ माल खरीदने जा चुके हैं. इसलिए उसकी निष्ठा पर सवाल खड़े नही किये जा सकते थे.

मगर उसने माल और रकम के लिए पल भर में 10 साल पुराना नौकर-मालिक का रिश्ता और विश्वास तोड़ दिया. माल की बरामदगी के बाद संजय चाहते हैं कि आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी हो. इस घटना से उनका पूरा परिवार सुनील की भूमिका को लेकर स्तब्ध है.