लखनऊ: लखनऊ में पुलिस के डंडा मारने से एक लड़की की नाक टूट गई. पुलिस की बेरहमी की ये खबर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक भी पहुंच गई. उन्होंने लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार से पूरे मामले की जानकारी ली.
डंडा चलाने वाले दोनों सिपाही अंकित नागर और रोबेश सस्पेंड कर दिए गए हैं. वहीं आईपीएस चक्रेश मिश्रा को इस मामले की जांच करने को कहा गया है. इससे पहले भी यूपी पुलिस के कारण योगी सरकार की कई बार फजीहत हुई है. हापुड़ की घटना पर तो डीजीपी को मांफी तक मांगनी पड़ी थी.
ऑफिस में छुट्टी होने के बाद प्रगति अपने घर लौट रही थी. उनका दोस्त रिचांक तिवारी स्कूटी चला रहा था. वो खुद पीछे बैठी थी. लखनऊ के जनेश्वर मिश्रा पार्क पर गाड़ियों की चेकिंग चल रही थी. रिचांक ने हेलमेट नहीं पहनी थी तो पुलिसवालों ने उसे रोकने के चक्कर में डंडा चलाया.
वो डंडा स्कूटी पर पीछे बैठी प्रगति को लग गई. उसके नाक पर चोट लगने से खून बहने लगा. वो स्कूटी से नीचे गिर गयी. प्रगति का दावा है कि सिपाहियों ने उसके साथ बदसुलूकी भी की और उसे अस्पताल भी नहीं ले गए. प्रगति की मां एक फॉरेस्ट अफसर हैं. उन्होंने भी इस बात की शिकायत पुलिस अधिकारियों से की.
इसके बाद ये खबर सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंच गयी. लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार ने उन्हें पूरी बात बताई. योगी के कहने पर एसएसपी ने दोनों सिपाहियों को निलंबित कर दिया. लखनऊ के एएसपी चक्रेश मिश्रा को इस घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं.