लखनऊ: नवजोत सिंह सिद्धू का पुतला फूंकने जा रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प
बता दें कि पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू हाल ही में पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बने इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए इस्लामाबाद गए थे. वहां सिद्धू के पीओके के राष्ट्रपति के साथ बैठने और पाक सेना प्रमुख के गले लगने को लेकर विवाद हो गया था.
लखनऊ: लखनऊ में मंगलवार रात सिद्धू का पुतला फूंकने जा रहे बीजेपी युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई. किसी ने एक दारोग़ा को मार दिया तो पुलिस ने भी लाठियां भांजी. बाद में उलटे बीजेपी नेताओं के दवाब में हज़रतगंज थाना प्रभारी आनंद शाही को लाइन हाज़िर कर दिया गया.सिद्धू हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के रूप में इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए इस्लामाबाद गए थे.
क्या है विवाद?
पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू हाल ही में पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री बने इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए इस्लामाबाद गए थे. वहां सिद्धू के पीओके के राष्ट्रपति के साथ बैठने और पाक सेना प्रमुख के गले लगने को लेकर विवाद हो गया था. बीजेपी ने कांग्रेस से सिद्धू को सस्पेंड करने की मांग भी की थी. नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी पाकिस्तान यात्रा पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा था कि यह राजनीतिक नहीं एक दोस्त की ओर से महज गर्मजोशी भरा आमंत्रण था.
विपक्ष की तीखी आलोचना और अपने मुख्यमंत्री के निशाने पर आने के बाद सिद्धू ने कहा कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल बाजवा ने मुझे बताया कि वे भारत के डेरा बाबा नानक करतारपुर साहिब के गुरुद्वारे के लिए रास्ता खोलने का प्रयास कर रहे हैं. इसके बाद जो हुआ वह भावुक क्षण था. सिद्धू इमरान के शपथ समारोह में शिरकत करने 18 अगस्त को इस्लामाबाद पहुंचे थे.
सिद्धू ने सफाई देते हुए कहा कि उनकी यात्रा किसी भी तरह से राजनीतिक नहीं थी, इसलिए इस तरह की आलोचना करना गलत है. उन्होंने कहा, पहले भी शांति के प्रयास भी किए गए हैं. पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी दोस्ती बस लेकर लाहौर गए थे, उन्होंने मुशर्रफ को भारत बुलाया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नवाज शरीफ को शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया था, वो अचानक लाहौर भी चले गए थे.