लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाली बोर्ड की परीक्षाओं के मद्देनजर सरकार ने मंगलवार को कहा कि नकल माफियाओं के खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई की जायेगी. यूपी बोर्ड की परीक्षाए सात फरवरी से शुरू होकर 16 दिन तक चलेंगी.
उप-मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा, ‘‘बिना नकल के परीक्षा कराना हमारा संकल्प है, नकल से बच्चों का भविष्य बर्बाद होता है, जिसे हम किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे. बोर्ड परीक्षाओं के दौरान नकल कराने वाले गिरोह के खिलाफ हम सख्त कार्रवाई करेंगे. जो भी लोग नकल कराने, उत्तर पुस्तिकायें बदलने और प्रश्नपत्र लीक कराने में शामिल होंगे हम उनके खिलाफ रासुका के तहत कार्रवाई करने में भी नहीं हिचकेंगे.'
बता दें कि दिनेश शर्मा के पास माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग भी है. उन्होंने कहा कि जो परीक्षा केंद्र पूर्व में नकल करवाने के लिये बदनाम है उन पर कड़ी नजर रखी जायेगी. उन्होंने कहा कि नकल पर रोक लगाकर यूपी सरकार का मकसद शिक्षा के स्तर को सुधारना है. प्रदेश की योगी सरकार परीक्षाओं में नकल रोकने के लिये अनेक उपाय कर रही है.
उप-मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा, ‘‘ यूपी में बीजेपी के आने से पहले जो माहौल था उसके बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि यूपी में नकल के टेंडर होते है. बीजेपी के सत्ता में आने के बाद नकल पर रोक लगाने के लिये कई महत्तवपूर्ण कदम उठाये गये हैं.'