लखनऊ: संस्कृति का मर्डर लूट के इरादे से हुआ था. टेम्पो चलाने वाले राजेश ने उसकी हत्या की थी.राजेश को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है. लेकिन उसके बाक़ी साथी अब भी फ़रार हैं. यूपी पुलिस की एक टीम बिहार भी गई है. संस्कृति लखनऊ में रह कर पॉलिटेकनिक की पढ़ाई कर रही थी. 21 जून की रात को बलिया जाने के लिए वो घर से निकली थी. लेकिन अगले दिन आईआईएम रोड के किनारे उसकी लाश मिली. घरवालों को शक था कि किसी ने रेप के इरादे से उसकी हत्या की होगी. लेकिन पोस्टमार्टम और फ़ोरेंसिक रिपोर्ट में ये बात ग़लत साबित हुई. सीसीटीवी फ़ुटेज के आधार पर लड़की का हत्यारा पकड़ा गया. उसके घर से लड़की का बैग और उसका मोबाइल फ़ोन भी पुलिस ने बरामद कर लिया है.


आईजी सुजीत पांडे ने कहा- चार लोगों ने मिल कर लड़की की हत्या की
लखनऊ के एडीजी, आईजी और एसएसपी ने प्रेस कनफ़्रेंस कर संस्कृति की हत्या का ख़ुलासा किया.आईजी सुजीत पांडे ने बताया कि चार लोगों ने मिल कर लड़की की हत्या की. उनका इरादा लड़की से रेप का भी था. लेकिन संस्कृति को मरा हुआ समझ कर वे उसे छोड़ कर चले गए. 21 जून की रात को वो बादशाहनगर रेलवे स्टेशन के लिए निकली थी. वो ट्रेन के लिए लेट हो रही थी. मुंशीपुलिया चौराहे के पास उसे एक ऑटो मिला. उसमें दो लड़के पीछे बैठे थे. जबकि ड्राईवर के साथ भी एक लड़का बैठा था. लडकी ऑटो में सवार हो गई. उसे ट्रेन पकड़ कर बलिया जाना था. रात के 8 बज कर 37 मिनट का एक सीसीटीवी फ़ुटेज पुलिस को मिला है. जिसमें एक तिराहे के पास लड़की के साथ तीन लड़के खड़े हैं. इसी फ़ुटेज के आधार पर पुलिस अपराधियों तक पहुंची .


रेलिंग पर कई बार लड़ाया लड़की का सिर
लड़की को ऑटो वाले काफ़ी देर तक इधर-उधर घुमाते रहे. फिर पुलिस को आईआईएम चौराहे का भी फ़ुटेज मिला है. इसी जगह पर राजेश, राकेश, सलमान और संतोष ने लड़की को ज़बरन ऑटो से उतारा . फिर उसे सड़क किनारे ले गए. लड़की ने अपने को बचाने के लोगों से गुहार क्यों न लगाई ? इस सवाल के जवाब में आईजी सुजीत पांडे ने कहा कि तमंचे की नोंक पर बदमाशों ने उसे हल्ला न मचाने की धमकी दी थी. पहले चारों लड़कों ने उसका बैग और मोबाइल छीन लिया. लड़की ने विरोध किया तो उसके सर को बार-बार रेलिंग पर मारा. लड़की बेसुध होकर गिर पड़ी. बदमाशों ने समझा शायद वो मर गई है. इसके बाद उसे उठा कर सड़क से नीचे फेंक दिया. बदमाशों का इरादा तो मिल कर रेप करने का भी था. लेकिन लड़की को मरा हुआ समझ कर वे भाग गए.


लखनऊ पुलिस ने खंगाले 20 हज़ार लोगों के फ़ोन कॉल डिटेल
लखनऊ पुलिस ने क़रीब 20 हज़ार लोगों के फ़ोन कॉल डिटेल खंगाले. शहर के कई जगहों के सीसीटीवी फ़ुटेज चेक किए गए. इसके बाद पुलिस अपराधियों तक पहुंची. मुख्य आरोपी राजेश रैदास यूपी के सीतापुर का रहने वाला है. पुलिस का दावा है कि उसने अपना गुनाह क़बूल कर लिया है. राजेश के बाकी साथियों की तलाश में पुलिस कई जगह छापेमारी कर रही है. एक टीम को बिहार भी भेजा गया है. संस्कृति के घर वालों ने मर्डर के ख़ुलासे के बाद यूपी के डीजीपी ओपी सिंह से भी मुलाक़ात की.