लखनऊ: तन्वी सेठ का पासपोर्ट जब्त होना तय है. सिर्फ फैसले का एलान होना भर बाकी है. पुलिस वेरिफिकेशन रिपोर्ट पूरी हो गयी है. ये रिपोर्ट पासपोर्ट ऑफिस भेज दी गयी है. लखनऊ पुलिस ने अपनी जांच में तन्वी के खिलाफ 'एडवर्स' रिपोर्ट दी है. तन्वी सेठ की दो बातें झूठी निकलीं जिनका दावा उन्होंने पासपोर्ट के फ़ार्म में किया था.


पुलिस ने अपनी जांच में बताया कि तन्वीके दो नाम हैं. पासपोर्ट फार्म में उन्होंने अपना नाम तन्वी सेठ बताया था लेकिन मैरिज सर्टिफिकेट में उनका नाम सादिया अनस है. पुलिस की मानें तो तन्वी ने अपने पते के बारे गलत जानकारी दी थी. वे नोएडा के बीटी ग्लोबल बिजनेस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड में नौकरी करती हैं.


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वे अपने परिवार संग नोएडा के सेक्टर 76 में रहती हैं लेकिन पासपोर्ट के लिए आवेदन करते समय तन्वी ने लखनऊ के घर का पता दिया था. नोएडा में किराए के घर में रहने की उन्होंने कोई जानकारी नहीं दी थी. लखनऊ के एसएसपी दीपक कुमार ने कहा,"हमें जिस बात के लिए जांच करने को कहा गया था, उसकी रिपोर्ट पासपोर्ट ऑफिस में भेज दी गयी है."



तन्वी का पासपोर्ट जब्त करने का फैसला अब विदेश मंत्रालय को करना है. लखनऊ पुलिस की जांच रिपोर्ट से तन्वी सेठ के दावे झूठे साबित हुए. पासपोर्ट ऑफिस के सीनियर सुपरिंटेंडेंट विकास मिश्रा ने इस पर ही ऐतराज जताया था लेकिन तन्वी ने उलटे विकास पर धार्मिक भावनाएं भड़काने का आरोप लगाया था.


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तन्वी ने कहा था कि विकास ने उन्हें अपना नाम बदलने को कहा था. उनसे कहा गया कि मुसलमान से शादी के बाद आप हिन्दू नाम कैसे रख सकती है? लेकिन विकास ने अपनी सफाई में इन सारी बातों को झूठा बताया. उन्होंने कहा था कि मैंने तन्वी से फ़ार्म में सादिया अनस नाम का जिक्र करने को बोला था लेकिन इसी बात का बतंगड़ बना दिया गया.


मीडिया रिपोर्ट के बाद 21 जून को तन्वी सेठ को हाथोंहाथ पासपोर्ट दे दिया गया. वो भी बिना पुलिस वेरिफिकेशन के. इसके बाद से सोशल मीडिया में विकास मिश्रा के समर्थन में लोग कमेंट करने लगे. कुछ लोगों ने तो ट्वीट कर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को भी इसके लिए भला बुरा कहा.


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बीजेपी ने भी विकास मिश्रा का तबादला रद्द करने की मांग की है. पार्टी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी बताते है,"अगर विकास ने कोई गलती नहीं की है तो फिर उनको सजा क्यों मिले." तन्वी सेठ के आरोप के बाद उन्हें गोरखपुर ट्रांसफर कर दिया गया था.


वे इन दिनों छुट्टी पर चल रहे हैं. गलत जानकारी देने पर अब तन्वी पर केस भी हो सकता है. लखनऊ में रीजनल पासपोर्ट अफसर रहे आरएन राय कहते हैं,"इतना बड़ा मामला बना दिया गया था, पासपोर्ट ऑफिस की छवि पर सवाल होने लगे थे. ऐसे में तन्वी पर जुर्माना और मुकदमा होना चाहिए."