लखनऊ: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की राजनीतिक कर्मभूमि लखनऊ में आज उनकी अस्थि कलश यात्रा में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी. वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के बाद उनकी अस्थियों को गोमती नदी में प्रवाहित किया गया.
केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा, 'वह विनम्रता और शालीनता की पराकाष्ठा थे. प्रधानमंत्री बनने के बाद अटल जी ने भारत का मस्तक ऊंचा किया.’’ राजनाथ ने कहा कि अटल जी ने युद्ध के मैदान में विजय हासिल की. उन्होंने कूटनीति में भी विजय हासिल की। वह दृढ इच्छाशक्ति के धनी थे.
इस मौके पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ' जब भी गांधी जी की ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करने की बात सामने आएगी तो प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक योजना के माध्यम से अटल का स्मरण किया जाएगा.’’ योगी ने कहा कि आजादी के बाद भारत के बुनियादी ढांचागत विकास के लिए स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना एवं राजमार्ग के अभूतपूर्व कदम. जब यह परिकल्पना साकार होकर सामने आएगी तो अटल जी का स्मरण किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं सहित हर खासो आम के साथ किसी न किसी रूप में अटल जी की स्मृतियां अवश्य जुड़ी होंगी.
गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री का अस्थि कलश दोपहर लखनऊ पहुंचा. लखनऊ ने उन्हें पांच बार चुनकर लोकसभा भेजा था. पूरा शहर अटल के प्रति अपने प्रेम, समर्पण और श्रद्धा प्रकट कर रहा था.
राजनाथ सिंह, जो लखनऊ के वर्तमान लोकसभा सांसद भी हैं, बीजेपी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय, अटल जी के परिजनों के साथ अस्थिकलश लेकर यहां पहुंचे.अस्थि कलश के इंतजार में हवाई अड्ड पर मुख्यमंत्री योगी, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा मौजूद थे.
वाजपेयी के अस्थि कलश को विशेष वाहन पर रखा गया. वाहन 18 से अधिक जगहों से होते हुए गोमती नदी के किनारे झूलेलाल वाटिका पहुंचा. कुछ प्रमुख स्थानों, जहां से अस्थिकलश यात्रा होकर गुजरी उनमें आलमबाग, मवैया, चारबाग, बांसमंडी, महाराणा प्रताप क्रासिंग, बर्लिंगटन चौराहा शामिल हैं. इसके बाद यह अस्थि कलश यात्रा बीजेपी के उत्तर प्रदेश कार्यालय पहुंची.
बीजेपी कार्यालय से अस्थि कलश यात्रा लखनऊ नगर निगम, नावेल्टी सिनेमा, हजरतगंज थाना और सुभाष क्रासिंग होते हुए झूलेलाल वाटिका पहुंची. यात्रा में शामिल लोग 'अटल जी अमर रहें', 'जब तक सूरज चांद रहेगा, अटल तेरा नाम रहेगा' के नारे लगा रहे थे.
श्रद्धांजलि सभा में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, बिहार के नवनियुक्त राज्यपाल लालजी टंडन, केन्द्रीय मंत्री मनोज सिन्हा, अनुप्रिया पटेल, सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव, सपा नेता शिवपाल सिंह यादव, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर, कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी भी शामिल हुए.