अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए 23 अगस्त को उमड़ेगा लखनऊ
बीजेपी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा, 'स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी का लखनऊ के साथ अटूट रिश्ता रहा है. लखनऊ उनकी भावनात्मक कर्मभूमि रही है. 23 अगस्त को शाम तीन बजे सर्व धर्म, सर्वदलीय श्रद्धांजलि प्रार्थना सभा झूलेलाल पार्क, नदवा कॉलेज के सामने गोमती नदी के किनारे आयोजित की गई है.'
लखनऊ: पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने के लिए 23 अगस्त को लखनऊ में प्रार्थना सभा हो रही है. बीजेपी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने कहा, 'स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी का लखनऊ के साथ अटूट रिश्ता रहा है. लखनऊ उनकी भावनात्मक कर्मभूमि रही है. 23 अगस्त को शाम तीन बजे सर्व धर्म, सर्वदलीय श्रद्धांजलि प्रार्थना सभा झूलेलाल पार्क, नदवा कॉलेज के सामने गोमती नदी के किनारे आयोजित की गई है.'
उन्होंने कहा, 'इस सभा में सभी धर्मो के गुरू, सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को आमंत्रित किया जाएगा.'
पाण्डेय ने कहा कि भारत रत्न वाजपेयी एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी थे. युगपुरूष अटलजी ने विगत सात दशकों तक भारत की राजनीति को प्रभावित किया और भारत की राजनीति के केन्द्र बिन्दु बने.
उन्होंने कहा कि अटल जी एक कवि हृदय, अद्भुत वक्ता, कुशल प्रशासक और करिश्माई व्यक्तित्व के धनी थे. अटल जी जैसी व्यापक, अबाध, र्निविवाद, लोकमान्यता शायद ही देश में किसी को प्राप्त हुई हो. अटल बिहारी वाजपेयी के निधन से एक युग का अंत हो गया है. उनका निधन सम्पूर्ण राष्ट्र के लिए अपूर्णीय क्षति है.
पाण्डेय ने बताया कि कल 19 अगस्त को शाम तीन बजे लखनऊ हवाई अडडे पर 18 अस्थिकलश लखनऊ आयेंगे. अस्थिकलश बीजेपी प्रदेश कार्यालय में लाया जाएगा. 20 अगस्त को प्रातः 10 बजे प्रदेश के 18 स्थानों पर प्रदेश में प्रवाहित होने वाली पवित्र नदियों में विसर्जन के लिए कलश यात्रा प्रदेश कार्यालय से रवाना की जाएगी. कलश यात्रा के साथ प्रदेश सरकार के एक मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी यात्रा में साथ जाएंगे.
उन्होंने बताया कि श्रद्धांजलि सभा में सभी धर्मो के गुरू, सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को आमंत्रित किया जाएगा. श्रद्धांजलि सभा में अटल जी का परिवार, केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और लखनऊ महानगर के गणमान्य लोग शामिल होंगे. शाम को अस्थिकलश गोमती नदी में प्रवाहित किया जाएगा.
पाण्डेय ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में 25 अगस्त को एवं सभी मण्डल इकाइयों में 27 एवं 28 अगस्त को श्रद्धांजलि सभाएं आयोजित की जाएंगी.