लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी स्थित संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) अस्पताल में शनिवार को एक मरीज ने मफलर का फंदा बनाकर फांसी लगा ली. उसका शव छठी मंजिल की सीढ़ियों की रेलिंग से लटकता पाया गया. एक चिकित्सक ने बताया कि जिस मरीज ने खुदकुशी की है, वह लिवर की बीमारी से परेशान था. वह लिवर ट्रांसप्लांट के लिए 19 दिसंबर को यहां भर्ती हुआ था.
घटना की सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
पीलीभीत का रहने वाला नितिन गंगवार (37) लंबे समय से लिवर की बीमारी से ग्रसित था.वह बीती 19 दिसंबर को लिवर ट्रांसप्लांट के लिए भर्ती हुआ था और उसका इलाज चल रहा था.
नितिन की पत्नी कुसुमलता ने बताया कि उसका पति रात करीब दो बजे बेड से उठकर बाथरूम गया था. वह और उसके परिवार के लोग नितिन के लौटने का इंतजार कर रहे थे. जब दो घंटे बाद भी वह बेड पर नहीं लौटा, तब उसे खोजा गया. रिश्तेदारों ने बाहर जाकर देखा तो लिवर ट्रांसप्लांट विभाग की छठी मंजिल की सीढ़ियों में लगी रेलिंग से मफलर के सहारे नितिन का शव लटकता दिखा.कुसुमलता पति का शव देखकर जोर से चीख पड़ी. उसकी चीख सुनकर लोग जुट गए. लोगों ने पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया.
परिजनों ने बताया कि नितिन की आंत में छोटे-छोटे कई घाव थे. चार साल पहले भी इलाज के लिए वह यहां आया था. उस दौरान दवा से ठीक हो गया था. लेकिन दोबारा परेशानी होने पर फिर से भर्ती हुआ. वह अपनी बीमारी को लेकर काफी तनाव में रहता था. पुलिस इस घटना की सभी पहलुओं की जांच कर रही है.