लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एपल कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी मर्डर केस में यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने परिवार को 25 लाख रुपए की मदद और विवेक की पत्नी को नौकरी देने का एलान किया है. वहीं, इस मामले में यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सीएम योगी का इस्तीफा मांगा है. जानिए शनिवार पूरे दिन इस मामले में क्या क्या हुआ है?

1.घटना के बाद सामने आए सीएम योगी (यहां क्लिक करके पढ़ें पूरी खबर)

ये घटना कल देर रात करीब एक बजे की है. घटना के सामने आने के बाद प्रशासन और पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और योगी सरकार पर सवाल खड़े होने लगे. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि ये कोई एनकाउंटर नहीं है. अगर जरूरत हुई तो मामले की सीबीआई जांच भी कराई जाएगी.

2. लखनऊ पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की

इसके बाद लखनऊ पुलिस ने दोपहर करीब साढ़े 12 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि दोनों आरोपी पुलिसवालों पर हत्या का मामला दर्ज किया गया है और उन्हें जेल भेज दिया गया है. इस मामले में बेहद निष्पक्ष कार्रवाई की जा रही है और हर पहलू की जांच की जा रही है. इस मामले में मजिस्ट्रेटियल जांच की जाएगी. पंचायतनामा भी मजिस्ट्रेट की तरफ से ही किया गया है."

3. आऱोपी पुलिसवाले प्रशांत चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की (यहां क्लिक करके पढ़ें पूरी खबर)

आऱोपी पुलिसवाले प्रशांत चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा, ‘’मैंने अपनी तहरीर दी है. जो मेरे साथ घटना हुई है, उसकी एफआईआर कॉपी मुझे नहीं मिली है. मेरी एफआईआर भी नहीं हुई है. मुझे दबाया जा रहा है. सभी अधिकारी कह रहे हैं कि तुम्हारा मुकदमा नहीं लिखा जाएगा.’’ उन्होंने कहा, ‘’विवेक ने मुझे जान से मारने की मंशा से गाड़ी मेरी ऊपर चढ़ाई थी. पुलिस कुछ भी कर सकती है. पुलिस ने मुझे मुजरिम साबित कर दिया है.’’ आऱोपी पुलिसवाले ने कहा, ‘’मेरी मांग है कि मेरा मुकदमा लिखा जाए. जबतक मेरी एफआईआर कॉपी नहीं लिखी जाएगी, तबतक मैं यहां से नहीं जाउंगा. चाहे मैं यहीं मर जाऊं कोई दिक्कत नहीं है.’’

4.अखिलेश ने मांगा योगी का इस्तीफा (यहां क्लिक करके पढ़ें पूरी खबर)

पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि जब तक इसे मामले में जज से जांच नहीं होगी, उत्तर प्रदेश फर्जी एनकाउंटर से नहीं बच पाएगा. यादव ने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार पूरी तरह से दोषी है इसलिए योगी सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए.

5.परिवार को 25 लाख रुपए और सरकारी नौकरी देने का एलान (यहां क्लिक करके पढ़ें पूरी खबर)

विवेक तिवारी के परिवार को 25 लाख रुपए और सरकारी नौकरी देने का एलान किया गया है. डीएम कौशल राज शर्मा ने बताया है कि 25 लाख रुपए और सरकारी नौकरी पर परिवार ने अपनी सहमति जता दी है. इससे पहले विवेक की पत्नी कल्पना ने सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें एक करोड़ की मुआवजा राशि के साथ पुलिस विभाग में नौकरी की मांग की गई थी. कल्पना ने मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की भी मांग की है.

क्या है मामला?

एपल कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी रात को अपने घर लौट रहे थे. उनके साथ गाड़ी में उनकी सहकर्मी सना भी थीं. विवेक ने अपनी पत्नी को फोन पर बताया था कि वो सना को छोड़ने के बाद घर पहुंचेंगे. इसके बाद गोमती नगर इलाके में पुलिस ने उन्हें रोकना चाहा, लेकिन जब कथित तौर पर विवेक ने गाड़ी नहीं रोकी तो कांस्टेबल प्रशांत चौधरी ने उन पर गोली चला दी जिससे उनकी मौत हो गई.

वीडियो देखें-