लखनऊ: लखनऊ में पुलिस की गोली का शिकार बने विवेक तिवारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. रिपोर्ट से साफ हो गया है कि विवेक को गोली बेहद नजदीक से मारी गई थी. घटना से थोड़ा ही पहले की एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई है जिसमें विवेक की कार मकदूम चौकी के पास से गुजरती दिखाई दे रही है. इसी जगह से करीब 600 मीटर की दूरी पर वो जगह है जहां विवेक को गोली मारी गई.


पत्नी ने कराई FIR

एपल कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना ने कल इस मामले की FIR दर्ज करा दी है. इससे पहले गाड़ी में विवेक के साथ बैठी उनकी सहकर्मी सना की ओर से FIR दर्ज की गई थी. इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. टीम ने कल घटनास्थन का दौरा भी किया.

कानून मंत्री के सवाल

यूपी के कानून मंत्री बृजेश पाठक ने अपनी ही पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा कि विवेक हत्याकांड में अधिकारी कुछ छिपाने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर हरदोई से बीजेपी विधायक रजनी तिवारी ने भी सीएम योगी आदित्यनाथ को चिट्ठी लिख कर अधिकारियों के रवैये पर सवाल उठाए हैं. यूपी के मंत्री और सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने इस मामले पर बोलते हुए कहा कि यूपी में कुछ अधिकारी फर्जी एनकाउंटर कर रहे हैं.

डिप्टी सीएम ने की मुलाकात

यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा पीड़ित परिवार वालों से मुलाकात के लिए पहुंचे. दिनेश शर्मा ने परिवार को इंसाफ का भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा कि आरोपी जो भी हो उसे बक्शा नहीं जा सकता, कानून हाथ में लेने की इजाजत किसी को भी नहीं दी जा सकती. जो हुआ दुखद था. जांच जारी है और इंसाफ होगा.

आरोपी सिपाही का बचाव

बुलंदशहर में बीजेपी नेता की गाड़ी का चालान कर चर्चा में आईं IPS श्रेष्ठा ठाकुर ने फेसबुक पर आरोपी सिपाही का बचाव किया है. उन्होंने लिखा है कि परिस्थितियों की जांच जरूरी है. उन्होंने लिखा है कि अगर विवेक की पत्नी को ये पता था कि वो सना के साथ हैं तो फिर विवेक घबराए क्यों.

विवेक के घर मातम

यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष राज बब्बर और आम आदमा पार्टी के नेता संजय सिंह ने विवेक तिवारी के परिवार से मुलाकात की. राज बब्बर ने कहा, "हमने परिवार को पार्टी की तरफ से हर संभव मदद का भरोसा दिया है. पार्टी उनकी सहायता के लिए खड़ी है. शासकीय दरिंदगी और निष्ठुरता ने जिस परिवार को लूट लिया हो उन्हें कोई कैसे सांत्वना दे. विवेक के परिजनों से कहने के लिए मेरे पास शब्द नहीं थे."

यूपी भर में आक्रोश

यूपी के इलाहाबाद में सामाजिक संगठनों ने विवेक तिवारी को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडिल मार्च निकाला. अलीगढ़ के मेरिस रोड पर भी विवेक तिवारी की आत्मा की शांति के लिए लोगों ने मार्च निकालकर प्रार्थना की. लोगों ने मृतक विवेक तिवारी की हत्या को लेकर योगी सरकार पर सवालिया निशान खड़े करते हुए कहा कि जो सरकार माफियाओं के खिलाफ बनी थी, उसी सरकार के राज़ में आम आदमी की जान सुरक्षित नहीं है.