भोपाल: मध्य प्रदेश के चुनावी रण में गूंजने वाले लाउड स्पीकर्स और रैलियों का शोर आज शाम पांच बजे शांत हो गया. मतदान से 48 घंटे पहले प्रदेश में चुनाव प्रचार पूरी तरह से थम गया है. अब प्रत्याशी सिर्फ घर-घर जाकर ही अपना प्रचार कर सकते हैं. राज्य की 230 विधानसभा सीटों पर 28 नवंबर को मतदान होना है. मतों की गिनती 11 दिसंबर को की जाएगी. प्रदेश की 230 विधानसभा सीटों के लिए कुल 2907 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं. वहीं प्रदेश के कुल 5 करोड़ 4 लाख 95 हज़ार 251 मतदाता इस बार अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे.


इस बार के चुनाव के लिए मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ बीजेपी और कांग्रेस के बीच है. बीजेपी ने प्रदेश की सभी 230 विधानसभा सीटों के लिए अपने प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं. वहीं कांग्रेस ने 229 प्रत्याशियों को टिकट दिया है, उसने जतारा विधानसभा सीट लोकतांत्रिक जनता दल के लिए छोड़ दी. इन दोनों प्रमुख दलों के अलावा आम आदमी पार्टी ने 208, बीएसपी ने 227, जनाधिकार पार्टी ने 32, बहुजन मुक्ति पार्टी ने 34, समाजवादी पार्टी ने 52, सपाक्स ने 110, शिवसेना ने 81 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं. इस बार के चुनाव में कुल 1094 निर्दलीय उम्मीदवार भी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं.


प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) वीएल कांता राव ने बताया कि प्रदेश में कुल 3,00,782 कर्मचारी चुनाव कार्य में लगेंगे. इनमें 45,904 महिला कर्मचारी शामिल हैं. प्रदेश में 65,367 मतदान केन्द्रों पर चुनाव कराया जा रहा है. स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिये 1.80 लाख सुरक्षा कर्मी तैनात किये जाएंगे. 3046 मतदान केन्द्र ऐसे हैं जो केवल महिला कर्मचारियों के जरिए संचालित किये जाएंगे.


चुनाव प्रचार के अंतिम दिन बीजेपी और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी. बीजेपी की तरफ से गृहमंत्री राजनाथ सिंह, महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस और अमित शाह ने चुनाव प्रचार की कमान संभाली. वहीं कांग्रेस की ओर से दिग्गज नेता कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया मैदान में डटे रहे.


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