नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की सूची रोक दी है. अब पांच नवंबर को पूरे 230 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की जा सकती है. पार्टी में इंदौर, उज्जैन, भोपाल, ग्वालियर को लेकर मतभेद बरकरार है. प्रदेश के नेताओं के बीच उम्मीदवारों के नामों को लेकर आपसी सहमति नहीं बन पाने को टिकट में देरी की वजह माना जा रहा है.


कुछ दिन पहले ही टिकट वितरण को लेकर गुना से लोकसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के बीच पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के सामने ही नोकझोंक की खबरें आई थीं.


बता दें कि मध्य प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों में से 177 सीटों के लिए बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों के नाम पहले ही घोषित कर दिए हैं. बीजेपी की पहली लिस्ट के मुताबिक शिवराज सिंह चौहान बुधनी सीट से चुनाव लड़ेंगे. पहली लिस्ट में बीजेपी के मौजूदा 27 विधायकों के टिकट कट गए हैं.


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आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है. विधानसभा की 230 सीटें हैं. साल 2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 165 सीटों पर जीत के साथ सत्ता पर अपना कब्जा जारी रखा था. कांग्रेस महज़ 58 सीटें ही जीत पाई थी. राज्य में मतों की गिनती 11 दिसंबर को होगी.


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