भोपाल: समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दावा किया कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रस्तावित गठबंधन में बीएसपी को शामिल करने को तैयार नहीं थी. इसी वजह से समाजवादी पार्टी का भी कांग्रेस के साथ गठबंधन नहीं हो पाया. अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए एसपी का घोषणापत्र जारी करने के बाद बताया, ''हमने कांग्रेस से कहा था कि मध्य प्रदेश में लड़ाई बड़ी है. बीएसपी को भी साथ लीजिए. लेकिन कांग्रेस एसपी से तो गठबंधन करने को तैयार थी, लेकिन बीएसपी के साथ वो कोई समझौता नहीं करना चाहती थी.''


अखिलेश ने कहा, ''इसीलिए मध्य प्रदेश में कांग्रेस और एसपी का समझौता नहीं हो पाया और गठबंधन नहीं हुआ.'' उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि अगर कांग्रेस का मध्य प्रदेश में एसपी, बीएसपी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ गठबंधन होता तो हमें (गठबंधन को) प्रदेश की कुल 230 सीटों में से 200 से ज्यादा सीटें मिलती.


साल 2014 के बाद देश में अधिकतर राज्यों में बीजेपी सरकार आने की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि इसके लिए कांग्रेस की नीतियां जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा, ''कांग्रेस ने गठबंधन न करके हमें कांग्रेस की आलोचना करने का अवसर दे दिया है. अब हम उनकी (कांग्रेस) नाकामियां बताएंगे.''


मध्य प्रदेश: विधानसभा चुनाव में गठबंधन करके BSP को खत्म करना चाहती थी कांग्रेस- मायावती


अयोध्या में राममंदिर निर्माण के बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह मामला वर्तमान में सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. इसलिए मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगा. अखिलेश यादव ने कहा, ''जब भी हम बीजेपी को नोटबंदी, जीएसटी और साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा युवाओं के लिए किये गये दो करोड़ रोजगार देने के वादे के बारे में घेरते हैं, तो वे (बीजेपी के नेता) जाति, राममंदिर और अन्य मुद्दों को उठाकर अपने को बचाने के लिए उनका आश्रय लेने लगते हैं.''


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