मध्य प्रदेश: मंत्रिमंडल के गठन के बाद शिवराज कैबिनेट की पहली बैठक, मंत्रियों को मिली ये जिम्मेदारी
मध्य प्रदेश में आज ही शिवराज सरकार का कैबिनेट का गठन किया गया है. आज पांच मंत्रियों ने शपथ ली. हालांकि, अभी विभागों का बंटवारा नहीं किया गया है.
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भोपाल: मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि आज कैबिनेट पहली बैठक हुई. उन्होंने कहा कि अब प्रत्येक मंगलवार को कैबिनेट की बैठक होगी और जरूरत पड़ी तो बीच में भी बैठक की जाएगी. मुख्यमंत्री ने बताया कि मंत्रियों को अभी विभाग नहीं बांटा गया है.
इस बैठक के बाद मंत्रियों को कोरोना वायरस संक्रमण के लिए अभी संभाग का प्रभार दिया गया है. इसके तहत नरोत्तम मिश्रा को भोपाल उज्जैन संभाग, तुलसी सिलावट को इंदौर और सागर संभाग, कमल पटेल को जबपुर और नर्मदापुरम, गोविंद सिंह राजपूत को चंबल और ग्वालियर और मीना सिंह को रीवा संभाग की जिम्मेदारी दी गई है.
गौरतलब है कि शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में मध्य प्रदेश में नई सरकार बनने के 29 दिन बाद राज्य में मंत्रिमंडल का गठन हुआ है. आज पांच मंत्रियों ने शपथ ली है. जिन पांच मंत्रियों ने शपथ ली है, उनमें दो सिंधिया खेमे के हैं. सिंधिया खेमे से तुलसी सिलावट और गोविंद राजपूत मंत्री बने हैं, इन दोनों लोगों ने कमलनाथ सरकार से इस्तीफा दे दिया था.
मध्य प्रदेश में 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान चौथी बार सीएम बने थे, लेकिन अगले दिन ही लॉकडाउन का एलान होने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पाया था. तुलसी सिलावट, गोविंद राजपूत के अलावा नरोत्तम मिश्रा, मीना सिंह और कमल पटेल मंत्री बने हैं. मंत्रिमंडल गठन में क्षेत्र के प्रतिनिधित्व का खास ध्यान रखा गया है. नरोत्तम मिश्रा का ग्वालियर-चंबल से नाता है, तुलसी सिलावट मालवा से हैं, गोविंद राजपूत बुंदेलखंड से हैं, मीना सिंह महाकौशल व विंध्य और कमल पटेल निमांड़ इलाके से आते हैं.
फिलहाल मध्य प्रदेश कोरोना वायरस से जूझ रह है. इसलिए छोटी कैबिनेट का गठन किया गया है. मध्य प्रदेश में अब तक कोरोना वायरस के 1485 मामले सामने आ चुके हैं. वहीं 74 लोगों की मौत हुई है. अब तक 127 लोगों की कोरोना वायरस की वजह से मौत हो चुकी है.
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